अयोध्या की मिल्कीपुर विधानसभा सीट पर उपचुनाव क्यों नहीं होगा?

अयोध्या की मिल्कीपुर विधानसभा सीट पर उपचुनाव क्यों नहीं होगा?

चुनाव आयोग ने हाल ही में कई राज्यों में उपचुनाव की तारीखों का ऐलान किया। इसमें महाराष्ट्र और झारखंड के अलावा देश के अलग-अलग हिस्सों की 48 विधानसभा सीटों और 2 लोकसभा सीटों पर उपचुनाव शामिल हैं। उत्तर प्रदेश में भी 10 सीटों पर उपचुनाव होने थे, लेकिन चुनाव आयोग ने केवल 9 सीटों पर ही चुनाव की तारीख घोषित की है। अयोध्या की मिल्कीपुर विधानसभा सीट, जिस पर उपचुनाव होने की उम्मीद थी, उसमें चुनाव नहीं कराया जाएगा।

मिल्कीपुर सीट पर उपचुनाव न कराने की वजह यह है कि इस सीट पर एक चुनाव याचिका कोर्ट में विचाराधीन है। मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार ने इस पर स्पष्टीकरण देते हुए कहा कि जिन सीटों पर कोर्ट में मामला लंबित है, उन पर चुनाव की घोषणा नहीं की जा सकती। इसी कारण मिल्कीपुर सीट पर उपचुनाव की तारीख घोषित नहीं हुई है।

मिल्कीपुर सीट खाली होने का कारण

यह सीट समाजवादी पार्टी के अवधेश प्रसाद के इस्तीफे के बाद से खाली है। वे पहले इस सीट से विधायक थे, लेकिन लोकसभा चुनाव में फैजाबाद से सांसद चुने जाने के बाद उन्होंने इस सीट को छोड़ दिया था, जिसके चलते यह खाली हुई।

उपचुनाव की तारीख और अन्य सीटें

उत्तर प्रदेश की 9 सीटों पर उपचुनाव 13 नवंबर को होगा। इनमें कानपुर की सीसामऊ, प्रयागराज की फूलपुर, मैनपुरी की करहल, मिर्जापुर की मझवां, अंबेडकरनगर की कटेहरी, गाजियाबाद सदर, अलीगढ़ की खैर, मुरादाबाद की कुंदरकी, और मुजफ्फरनगर की मीरापुर सीटें शामिल हैं।

EVM को लेकर चुनाव आयोग का बयान

चुनाव आयोग ने EVM की सुरक्षा और विश्वसनीयता पर भी टिप्पणी की है। आयोग ने स्पष्ट किया कि EVM में कोई गड़बड़ी नहीं होती और यह पूरी तरह से सुरक्षित है। EVM की बैटरी पर पोलिंग एजेंट के साइन होंगे, और यह तीन-स्तरीय सुरक्षा में रखी जाएगी।


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