नागपुर: छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने महाराष्ट्र के डिप्टी सीएम देवेंद्र फडणवीस के ‘लाल रंग’ वाले बयान पर पलटवार किया है। बघेल ने कहा कि फडणवीस को आखिर लाल रंग से क्या परेशानी है? उन्होंने तंज कसते हुए कहा कि लाल रंग तो माता की चुनरी और हनुमान जी का भी है। “लाल देह लाली लसे अरु धरि लाल लंगूर” जैसी पंक्तियों का उल्लेख करते हुए बघेल ने कहा कि लाल रंग का सांस्कृतिक महत्व भी है। छठ पूजा में डूबते और उगते सूर्य को अर्घ्य देने की परंपरा भी इसी लाल रंग से जुड़ी हुई है।
फ्रस्ट्रेशन में हैं फडणवीस: बघेल
भूपेश बघेल ने आगे कहा कि फडणवीस उपमुख्यमंत्री बनने के बाद से ही शायद फ्रस्ट्रेशन में हैं, इसलिए वे इस तरह के बयान दे रहे हैं। उन्होंने नागपुर में पत्रकारों से कहा कि फडणवीस का यह लाल रंग को लेकर विरोध कहीं न कहीं उनकी कुंठा का परिणाम है।
बीजेपी को लाल रंग पर जवाब
बघेल ने बीजेपी पर तंज कसते हुए कहा कि नक्सली संविधान को नहीं मानते, जबकि बीजेपी भी संविधान बदलने की बात करती है। उन्होंने महाराष्ट्र का उदाहरण देते हुए कहा कि यहां लोकतंत्र को चोट पहुंचाई गई है, पार्टियों को तोड़ा गया है, और यहां तक कि सुप्रीम कोर्ट ने इस सरकार को अवैध ठहराया है। बघेल ने कहा कि संविधान का आदर न करने वाले असल में बीजेपी के लोग हैं, जो इसे कमजोर करने का प्रयास कर रहे हैं।
योगी के बयान पर उनके सहयोगियों का विरोध
पूर्व सीएम बघेल ने सीएम योगी आदित्यनाथ पर भी निशाना साधते हुए कहा कि महाराष्ट्र में उनके सहयोगी उपमुख्यमंत्री अजीत पवार ने ही ‘बांटने की राजनीति’ को नकार दिया है। बघेल ने कहा कि बीजेपी पहले अपनी पार्टी में एकता बनाए रखे, क्योंकि बांटने और तोड़ने से नहीं, जोड़ने और साथ चलने से ही जीत हासिल होगी।