‘कहां लेकर जाओगे पानी…’, सिंधु जल समझौते को लेकर मौलाना मदनी के बयान पर मचा बवाल

‘नदियां हजारों साल से बह रही …’
मदनी ने आगे कहा
मुझे लगता है कि नियम प्रेम का होना चाहिए, न कि नफरत का। देश में जीवन बिताने वाले एक ‘मुस्लिम’ के रूप में, मैं जानता हूं कि यहां जिन चीजों को बढ़ावा दिया जा रहा है, वे देश के लिए सही नहीं हैं।’ ‘अगर कोई पानी रोकता है, तो उसे रोकने दें… ये नदियां हजारों सालों से बह रही हैं, आप उनका पानी कहां ले जाएंगे? यह आसान नहीं है।
15 यूट्यूब चैनलों पर भी भारत का बैन
भारतीय बंदरगाहों में पाकिस्तानी जहाजों की एंट्री पर रोक
वहीं एक पाकिस्तानी जहाज को भारतीय बंदरगाहों में प्रवेश करने की अनुमति नहीं दी जाएगी, जबकि कई प्रमुख पाकिस्तानी हस्तियों और राजनेताओं के सोशल मीडिया हैंडल भारत में निलंबित कर दिए गए हैं।इस बीच, 1971 के भारत-पाकिस्तान युद्ध के दौरान भुज में भारतीय वायु सेना की हवाई पट्टी का पुनर्निर्माण करने वाले समूह का हिस्सा रही एक महिला ने पहलगाम में हाल ही में हुए आतंकवादी हमले के बाद पाकिस्तान के खिलाफ सख्त कार्रवाई का एलान किया है।
ए कनबाई शिवजी हिरानी का भी आया बयान
युद्ध के दौरान अपनी भूमिका को याद करते हुए कनबाई शिवजी हिरानी ने कहा, ‘रनवे को जल्द बनाना संभव नहीं था, लेकिन हमने इसे फिर से बनाकर संभव बनाया, क्योंकि यह देश का मामला था।’उन्होंने कहा कि युद्ध में देश की जीत से उन्हें बहुत खुशी मिली, लेकिन हाल के घटनाक्रमों ने उन्हें परेशान कर दिया है। हिरानी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से पाकिस्तान के खिलाफ निर्णायक कार्रवाई करने की अपील की।
पाकिस्तान से इतना प्यार है तो…
मौलाना अरशद मदानी के बयान से सोशल मीडिया पर बवाल मच गया। कई लोगों ने उनका विरोध किया है। अब ऑल इंडिया इमाम एसोसिएशन के अध्यक्ष मौलाना साजिश राशिद ने उनके बयान पर विरोध जताया है, उन्होंने कहा-अगर पाकिस्तान से इतना प्यार है तो वहीं जाकर क्यों नहीं रहते।