प्रयागराज : माफिया अतीक अहमद और उसके भाई खालिद अजीम उर्फ अशरफ की हत्या के आरोपितों की न्यायिक अभिरक्षा बढ़ेगी। बुधवार तक इन्हें न्यायिक अभिरक्षा में रखने के लिए पूर्व में कोर्ट ने आदेश जारी किया था।

बताया गया है कि आज मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट की अदालत में वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए पेश किया जाएगा। सुनवाई के दौरान अभियोजन पक्ष की ओर से बहस की जाएगी। अदालत की ओर से 14 दिन की न्यायिक अभिरक्षा बढ़ाई जा सकती है।

तीनों शूटर लवलेश तिवारी, सनी और अरुण प्रतापगढ़ जेल में बंद हैं। 15 अप्रैल की रात शूटरों ने काल्विन अस्पताल में अतीक अहमद और उसके भाई अशरफ की गोली मारकर हत्या कर दी थी। पुलिस ने तीनों को मौके से दबोच लिया था।

पूछताछ में पता चला था कि लवलेश बांदा, सनी सिंह हमीरपुर और अरुण मौर्य कासगंज का रहने वाला है। इसके पास से तुर्किए निर्मित जिगाना, गिरसान और एक कंट्री मेड पिस्टल बरामद हुई थी। इंस्पेक्टर धूमनगंज राजेश मौर्य की तहरीर पर शाहगंज थाने में तीनों के खिलाफ हत्या का केस दर्ज किया गया। इसके बाद हत्याकांड की विवेचना एसआईटी को दी गई।

एसआईटी ने शूटरों को पांच दिन के लिए पुलिस कस्टडी रिमांड पर लिया और पूछताछ की। इस दौरान पता चला की दिल्ली के गोगी गैंग ने सनी सिंह को विदेशी पिस्टल रखने के लिए दिया था।

लेकिन गोगी की हत्या के बाद पिस्टल लेकर अपने घर भाग निकला। इसके बाद अपना नाम कमाने के लिए अतीक और अशरफ को मौत की नींद सुला दी थी। फिलहाल एसआईटी की विवेचना अभी प्रचलित है और 15 जुलाई तक कोर्ट में आरोप पत्र दाखिल करने लिए वक्त है।