युवक ने पीने के लिए मांगा पानी तो दुकानदार ने थमाया तेजाब …और इसके बाद
मंडावली इलाके में एक युवक ने पड़ोस के दुकानदार से पानी मांगा। दुकानदार ने भी फ्रिज में रखी बोतल युवक को थमा दी। पानी पीते ही युवक दर्द और जलन से चिल्लाने लगा। साथ मौजूद दोस्त युवक को छटपटाते देख घबरा गए। बाद में पता चला कि पानी की बोतल में तेजाब था।
युवक को फौरन एलबीएस अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां से हालत गंभीर होने पर परिजन उसे लखनऊ के निजी अस्पताल ले गए। पीड़ित के दोस्त शाहबाज की शिकायत पर पुलिस ने दुकानदार के खिलाफ विभिन्न धाराओं में मामला दर्ज कर लिया है। छानबीन के दौरान पुलिस को पता चला है कि आरोपी ने पानी की बोतल की जगह फ्रिज में तेजाब की बोतल लगाई हुई थी। पुलिस ने आरोपी के फ्रिज से तेजाब की कई बोतलें बरामद की है।
पुलिस के मुताबिक पीड़ित युवक की पहचान विनय के रूप में हुई है। मूलरूप से उन्नाव का रहने वाला विनय दिल्ली में एक नामी स्वास्थ्य सेवा उपलब्ध कराने वाली कंपनी में नौकरी करता है। विनय कंपनी की ओर से बनाए गए हॉस्टल ई-674, वेस्ट विनोद नगर में रहता है। इसके साथ बाकी लड़के भी रहते हैं।
हादसा 30 सितंबर की रात करीब 9:30 बजे हुआ। विनय ड्यूटी से हॉस्टल लौट रहा था। प्यास लगने पर विनय ने हॉस्टल के पास नवीन गुप्ता नामक शख्स की परचून की दुकान से पानी की बोतल मांगी। नवीन ने फ्रिज में लगी एक बोतल पानी निकालकर विनय को थमा दी। पानी पीते ही उसकी हालत बिगड़ गई।
वहीं पास में खड़े विनय के दोस्त शाहबाज ने विनय को छटपटाते हुए देखा तो उसने पानी की बोतल को सड़क पर गिराकर देखा। पानी की जगह बोतल में तेजाब था। नवीन की दुकान में रखे फ्रिज में अन्य बोतलों की जांच हुई तो वह भी तेजाब की थी। शाहबाज बाकी लड़कों के साथ फौरन विनय को अस्पताल ले गया।
मामले की सूचना पुलिस व विनय के परिवार को दी गई। पुलिस ने शाहबाज की शिकायत पर मामला दर्ज कर छानबीन शुरू कर दी है। परिजन अगले ही दिन विनय को गंभीर हालत में एंबुलेंस की मदद से लखनऊ ले गए। तेजाब पीने की वजह से विनय का फूड पाइप नष्ट हो गया है।
राजधानी में खुलआम बिक रहा तेजाब
देशभर में तेजाब से होने वाले हादसों और एसिड अटैक को देखते हुए तेजाब की खुले में बिक्री पर पूरी तरह पाबंदी है, लेकिन लाख प्रयासों के बाद भी राजधानी समेत बाकी इलाके में टॉयलेट क्लीनर के नाम पर तेजाब की बिक्री जारी है। कमाल की बात यह है कि तेजाब को पानी की बोतलों में पैक किया जाता है। ऐसे में जाने-अनजाने हादसे होते ही रहते हैं।