नई दिल्ली। राजधानी दिल्ली में दो दिन पहले शुरू हुए पश्चिमी विक्षोभ का असर खत्म होने लगा है। अब सूरज की तेज चमक पसीना निकाल देगी। रविवार से गर्मी बढ़ने की आशंका जताई जा रही है। रविवार को राजधानी में अधिकतम तापमान 41 जबकि न्यूनतम तापमान 22 डिग्री सेल्सियस रहने के आसार हैं। लू भी परेशान करेगी। मौसम विभाग के अनुसार, रविवार को आसमान तो साफ रहेगा, लेकिन 25 से 35 किलोमीटर प्रति घंटा की रफ्तार से हवा चलेगी। अप्रैल के अंतिम दिनों में तापमान रिकार्ड 44 डिग्री सेल्सियस तक जा सकता है।

मौसम विभाग के मुताबिक पश्चिमी विक्षोभ कमजोर पड़ चुका है। अरब सागर से नमी मिलने का सिलसिला भी थम गया है। इस वजह से बादल भी छंट गए हैं। दिल्ली, गुजरात, राजस्थान में भी तापमान बढ़ने लगा है। इस वजह से मप्र में भी गर्मी के तेवर तीखे होने लगे हैं। भारतीय मौसम विभाग के मुताबिक 27 अप्रैल तक उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, बिहार, झारखंड और राजस्थान लू की चपेट में आने वाले हैं। अगले 24 घंटों के दौरान पूर्वोत्तर में जहां बारिश होगी, वहीं गुजरात में लू का प्रकोप रहेगा। इसके उलट विदर्भ और पश्चिम बंगाल में आंधी-तूफान के हालात बने रहेंगे। दक्षिणी मध्य महाराष्ट्र में भी ओलावृष्टि की आशंका है।

दिल्ली में 25 अप्रैल के आसपास रहेगा पश्चिमी विक्षोभ का हल्का असर

विभाग के अनुसार, 25 अप्रैल के आसपास एक हल्का पश्चिमी विक्षोभ रहेगा। इसके चलते आंशिक तौर पर बादल गरज सकते हैं जबकि मामूली सी बूंदाबादी हो सकती है। इसके बाद तापमान में तेजी से वृद्धि होगी। अधिकतम तापमान 43 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच जाएगा। 28 से 29 अप्रैल तक रिकार्ड स्तर पर 44 डिग्री सेल्सियस तक तापमान पहुंच सकता है। जबकि न्यूनतम तापमान 23 से 24 डिग्री सेल्सियस तक बना रहेगा।

मप्र में बादल छंटे, लू चलने के आसार

मध्य प्रदेश में बादल छंटने के साथ ही गर्मी के तेवर फिर तीखे होने लगे हैं। राजस्थान और गुजरात में भी तपिश बढ़ गई है। वहां से आ रही गर्म हवाओं के कारण शनिवार को पूरे मध्यप्रदेश में अधिकतम तापमान में बढ़ोतरी दर्ज की गई। प्रदेश में सबसे अधिक 43 डिग्री सेल्सियस तापमान खरगोन, रतलाम, नर्मदापुरम एवं खंडवा में दर्ज किया गया। मौसम विज्ञानियों के मुताबिक तापमान में बढ़ोतरी का सिलसिला अभी बना रहेगा। सोमवार से कहीं-कहीं लू भी चल सकती है।

जानें- मौसम में बदलाव का क्या है कारण

स्काईमेट वेदर के मुताबिक पश्चिमी विक्षोभ उत्तरी अफगानिस्तान और उत्तरी पाकिस्तान के आसपास के हिस्सों पर बना हुआ है। दक्षिण पश्चिम राजस्थान और इससे सटे पाकिस्तान के हिस्सों पर एक चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र बना हुआ है। एक और चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र दक्षिण पूर्व मध्य प्रदेश और इससे सटे छत्तीसगढ़ पर बना हुआ है। एक ट्रफ रेखा मध्य महाराष्ट्र से आंतरिक कर्नाटक होते हुए मन्नार की खाड़ी तक फैली हुई है। देश भर में बने इन मौसमी सिस्टम के कारण कुछ राज्यों में बारिश हो सकती है।

इन राज्यों में आज बारिश की संभावना

स्काईमेट वेदर के मुताबिक छत्तीसगढ़ और असम, मेघालय, नागालैंड, मणिपुर, मिजोरम और त्रिपुरा के कुछ हिस्सों में मध्यम हवाओं के साथ बारिश और गरज के साथ बौछारें पड़ने की संभावना है। अरुणाचल प्रदेश और तेलंगाना के अलग-अलग हिस्सों में भी तेज हवाओं के साथ हल्की से मध्यम बारिश हो सकती है। केरल और तमिलनाडु में अलग-अलग स्थानों पर हल्की से मध्यम बारिश हो सकती है। वहीं कर्नाटक, दक्षिण कोंकण और गोवा, मध्य महाराष्ट्र, जम्मू कश्मीर, लद्दाख और हिमाचल प्रदेश और सिक्किम के कुछ हिस्सों में हल्की बारिश के साथ एक या दो स्थानों पर मध्यम बारिश हो सकती है। ओडिशा, छत्तीसगढ़ और तेलंगाना में भी एक या दो जगहों पर हल्की बारिश संभव है।