भिवंडी में गणपति विसर्जन के दौरान हंगामा: मूर्ति पर पथराव, दो गुटों में झड़प, पुलिस का लाठीचार्ज

भिवंडी में गणपति विसर्जन के दौरान हंगामा: मूर्ति पर पथराव, दो गुटों में झड़प, पुलिस का लाठीचार्ज

नई दिल्ली: महाराष्ट्र के ठाणे जिले के भिवंडी में गणपति विसर्जन के दौरान तनावपूर्ण माहौल बन गया जब भगवान गणेश की मूर्ति पर पथराव होने की खबर फैली। घटना के बाद दो गुटों में झड़प हो गई, और पुलिस को हालात काबू करने के लिए लाठीचार्ज करना पड़ा। इस मामले में कुछ लोगों को हिरासत में लिया गया है।

घटना का पूरा विवरण

मिली जानकारी के अनुसार, भिवंडी में गणपति विसर्जन का कार्यक्रम चल रहा था। हर साल की तरह इस साल भी वंजारपट्टी नाका पर हिंदुस्तानी मस्जिद के पास मोहल्ला कमेटी और पुलिस द्वारा गणेश मंडल का स्वागत किया जा रहा था। देर रात करीब 12 बजे, जब घुंघट नगर से भगवान गणेश की मूर्ति को नदीनाका कामवारी नदी ले जाया जा रहा था, तभी वंजारपट्टी नाका पर मूर्ति पर पथराव होने की खबर फैली।

बताया गया कि मस्जिद के पास कुछ लड़कों ने मूर्ति पर पत्थर फेंके, जिससे मूर्ति को नुकसान हुआ। हालांकि, पुलिस अब भी इस घटना की जांच कर रही है कि मूर्ति खंडित हुई या नहीं।

मूर्ति पर पथराव से भड़की भीड़

पथराव की खबर फैलते ही गणेश मंडल के लोग भड़क उठे। एक युवक को भीड़ ने पकड़कर उसकी पिटाई की और फिर उसे पुलिस के हवाले कर दिया। मंडल के लोगों ने मांग की कि जब तक आरोपियों को गिरफ्तार नहीं किया जाएगा, तब तक विसर्जन नहीं किया जाएगा।

इस घटना के बाद मौके पर और लोग इकट्ठा हो गए और ‘जय श्री राम’ के नारे लगाने लगे। देखते ही देखते माहौल तनावपूर्ण हो गया और दोनों समुदायों की भीड़ जमा हो गई।

पुलिस का हस्तक्षेप और लाठीचार्ज

माहौल बिगड़ता देख पुलिस के वरिष्ठ अधिकारी मौके पर पहुंचे और भीड़ को समझाने की कोशिश की। गणेश भक्तों ने आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग की और कहा कि जब तक गिरफ्तारी नहीं होगी, विसर्जन नहीं होगा। भीड़ बढ़ने और तनाव बढ़ने पर पुलिस और लोगों के बीच धक्का-मुक्की होने लगी, जिसके बाद पुलिस ने हल्का लाठीचार्ज किया। इस लाठीचार्ज में कुछ लोग घायल हो गए, साथ ही कुछ पुलिसकर्मियों को भी चोटें आईं।

बीजेपी विधायक की मांग और पुलिस कार्रवाई

घटना की गंभीरता को देखते हुए बीजेपी विधायक महेश चौघुले भी अपने समर्थकों के साथ मौके पर पहुंचे और शिवाजी चौक पर जमा होकर कड़ी कार्रवाई की मांग की। इसी दौरान हाफिज दरगाह के पास भी बड़ी संख्या में लोग जमा हो गए, जिससे इलाके में और अधिक पुलिस बल तैनात किया गया।

डीसीपी श्रीकांत परोपकारी और एडिशनल कमिश्नर ज्ञानेश्वर चव्हाण ने बताया कि कुछ संदिग्धों को हिरासत में लिया गया है और मामले की जांच की जा रही है। दोषियों पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी।

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