Union Budget 2021: जम्मू-कश्मीर में गैस पाइप लाइन परियोजना का काम शुरू होगा

जम्मू । जम्मू-कश्मीर में करोड़ों रसोई गैस उपभोक्ताओं को सिलेंडर भरवाने के झंझट से निजात दिलाने के लिए जल्द ही केंद्र सरकार की गैस पाइप लाइन परियोजना का काम शुरू कर दिया जाएगा। इस सिलसिले में जल्द ही भूमि अधिग्रहण का काम भी शुरू हो जाएगा। इसका ऐलान आज वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने लोकसभा में पेश हुए बजट के दौरान किया। उनके इस एलान से करीब 12 साल पुरानी जम्मू-बठिंडा गैस पाइपलाइन परियोजना फिर ठंडे बस्ते से बाहर आ गई है। यह परियोजना करीब 750 किलोमीटर लंबी हैे जो जम्मू से आगे श्रीनगर जाकर संपन्न होेगी।
बठिंडा से जम्मू और फिर जम्मू से श्रीनगर के लिए प्रस्तावित गैस लाइन बिछाने की परियाेजना वर्ष 2008 में तैयार हुई थी लेकिन बात आश्वासन व एलान तक ही सीमित रही। लगभग तीन साल बाद सात जुलाई 2011 को पेट्रोलियम एवं प्राकृतिक गैस नियामक बोर्ड पीएजीआरबी ने गुजरात सरकार की एक कंपनी गुजरात स्टेट पेट्रोनेट लिमिटेड को इसका ठेका दिया।
855 करोड़ की अनुमानित लागत वाली इस परियोजना के तहत गैस पाइप लाइन पंजाब के बठिंडा से शुरु होनी थी और केंद्र शासित जम्मू कश्मीर प्रदेश के कठुआ, सांबा, जम्मू, उधमपुर, रामबन औेर अनंतनाग व पुलवामा जिले से होते हुए श्रीनगर में जाकर पूरी होनी थी।
गैस पाइप लाइन बिछाने का काम छह जुलाई 2014 को पूरा होना था जो आज तक लटका पड़ा है। सर्वे हो चुका है और भूमि अधिग्रहण पर आकर मामला रुक गया। हालांकि कठुआ और सांबा जिले में भूमि अधिग्रहण काम भी कुछ दिन चला था। केंद्र सरकार ने भी इस परियोजना को लेकर बाद में कोई रुचि नहीं ली और वर्ष 2015 में जब जम्मू कश्मीर एक राज्य था, उस समय तत्कालीन खाद्य आपूर्तिमंत्री चौ जुल्फिकार अली ने इस मुददे को केंद्र सरकार के संज्ञान में लाया था।
जम्मू कश्मीर राज्य के तत्कालीन राज्यपाल सत्यपाल मलिक की अध्यक्षता में प्रदेश प्रशासनिक परिषद ने 28 नवंबर 2018 को जम्मू कश्मीर अंडरग्राऊंड यूटीलिटी एक्ट 2014 में संशोधन कर परियोजना को पूरा करने की समयावधि को भी बढ़ाया। इसके मुताबिक यह परियोजना दाे साल में पूरी होनी थी।
जम्मू कश्मीर राज्य में खाद्य आपूर्ति मंत्री रहे चौ जुल्फिकार अली के मुताबिक यह गैस पाइप लाइन हमारे लिए बहुत अहम है। यह जम्मू कश्मीर में औद्योगिक , व्यावसायिक और घरेलू इस्तेमाल के लिए गैस आपूर्ति को सुगम-सस्ता औेर निर्बाध बनाएगी।हमने पूरा प्रयास किया था कि यह जल्द से जल्द शुरु हो लेकिन किन्हीं कारणों से नहीं हाे पायी। आज केंद्रीय बजट में इस परियोजना का फिर से जिक्र हुआ है इसलिए उम्मीद हैकि जल्द ही यह सिरे चढ़ेगी। हमारा प्रयास था कि हम जम्मू से आगे राजौरी-पुंछ, उधमपुर से रियासी और श्रीनगर से आगे कुपवाड़ा तक इसे पहुंचाते।