भारतीय संविधान की प्रति फाड़ने पर पीडीपी सांसदों के खिलाफ देशद्रोह की याचिका मंजूर
चंडीगढ़: पीपल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (पीडीपी) के दो सांसद मीर मोहम्मद फयाज व नादिम अहमद के खिलाफ आज एंटी टेरोरिस्ट फ्रंट इंडिया के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं श्री हिन्दू तख़्त के राष्ट्रीय प्रचारक व जम्मू-कश्मीर प्रभारी वीरेश शांडिल्य ने भारतीय संविधान की प्रतियाँ फाड़ने पर देशद्रोह की धाराओं के तहत अम्बाला के सीजेएम अदालत में याचिका दायर की. जिसे अदालत ने सुनवाई के लिए स्वीकार कर लिया.
शांडिल्य ने कहा कि भारत के गृहमंत्री अमित शाह द्वारा राज्यसभा में धारा 370 व 35-ए खत्म करने की घोषणा के बाद जम्मू-कश्मीर की पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा मुफ़्ती की पार्टी के दो सांसदों ने भारत विरोधी नारे लगाये और उस भारतीय संविधान की प्रतियाँ फाड़ी.
वीरेश शांडिल्य के वकील सुमित शर्मा ने याचिका दायर की और याचिका में कहा कि पीडीपी के दोनों सांसदों ने भारतीय संविधान फाड़कर देश में हिन्दू-मुस्लिमों के दंगे करवाने की साजिश रची और पीडीपी के संसद मीर मोहम्मद फयाज व नादिम अहमद ने देश का माहौल खराब करने की साजिश रची.
एंटी टेरोरिस्ट फ्रंट इंडिया के राष्ट्रीय अध्यक्ष वीरेश शांडिल्य जो आतंकवाद के खात्मे के खिलाफ पंजाब-हरियाणा हाईकोर्ट में कई जनहित याचिकाएं दायर कर चुके है और देश में आतंकवाद की खात्मे की लड़ाई लड़ रहे है और पिछले 20 साल से धारा 370 खत्म करने की मांग कर रहे थे. भारत के गृहमंत्री ने धारा 370 व 35-ए खत्म कर एक संविधान, एक झंडा के नारे को बुलंद किया. वही पीडीपी के इन राज्यसभा सांसदों ने भारतीय संविधान की प्रतियाँ फाड़कर ने केवल शहीदों का अपमान किया बल्कि संविधान निर्माता बाबा साहेब आंबेडकर का भी अपमान किया. राज्यसभा की गरिमा को खंडित किया.
शांडिल्य ने कहा पूरे देश में इन दोनों सांसदों के एंटी टेरोरिस्ट फ्रंट इंडिया व श्री हिन्दू तख़्त पुतले जलाएगा. कहा संविधान की प्रतियाँ फाड़ी है उनकी सदस्यता रद्द करने के लिए राज्यसभा के उपसभापति व भारत के उपराष्ट्रपति वैंकया नायडू व गृहमंत्री अमित शाह को सांसदों की सदस्यता रद्द करने हेतु ज्ञापन सौंपेंगे. सीजेएम अम्बाला विवेक यादव ने सुनवाई के बाद इस केस को जज याचना के पास सुनवाई के लिए भेजा और विद्वान न्यायधीश याचना ने केस की सुनवाई करते हुए वीरेश शांडिल्य के ब्यान दर्ज करने के लिए 8 अक्टूबर 2019 निश्चित की.