मंडी शुल्क लगाए जाने के विरोध में व्यापारियों ने सौंपा ज्ञापन

मंडी शुल्क लगाए जाने के विरोध में व्यापारियों ने सौंपा ज्ञापन
  • सहारनपुर में पूर्व विधायक राजीव गुम्बर को ज्ञापन सौंपते व्यापारी।

सहारनपुर [24CN] । अखिल भारतीय उद्योग व्यापार मंडल से जुड़े व्यापारियों ने मंडी के बाहर जीरा, धनिया, हल्दी, सौंप, मखाना, सुपारी, मेथी आदि किरयाना व्यापार पर पुन: मंडी शुल्क बहाल किए जाने के विरोध में मुख्यमंत्री को सम्बोधित ज्ञापन पूर्व विधायक राजीव गुम्बर को सौंपकर मंडी शुल्क बहाली पर तुरंत रोक लगाने तथा जूता, कपड़ा आदि पर बढ़ी जीएसटी को तुरंत वापसा लेने की मांग की।

अखिल भारतीय उद्योग व्यापार मंडल से जुड़े व्यापारी वरिष्ठ प्रदेश उपाध्यक्ष विमल विरमानी के नेतृत्व में एकत्र होकर गोविंद नगर स्थित पूर्व विधायक राजीव गुम्बर के आवास पर पहुंचे तथा मांगों के सम्बंध में ज्ञापन सौंपकर समस्याओं का समाधान कराने की मांग की। प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व करते हुए विमल विरमानी ने कहा कि मंडी निदेशक का यह तुगलकी आदेश सरकार के राजस्व में तो कोई बढ़ोत्तरी नहीं करेगा बल्कि व्यापारी उत्पीडऩ और इंस्पेक्टर राज को बढ़ावा देने वाला होगा। उन्होंने कहा कि चुनाव नजदीक देखकर कुछ विभागों द्वारा व्यापारियों को निशाना बनाया जा रहा है तथा इंस्पेक्टर राज को बढ़ावा देकर अधिकारी अपनी जेब भरने में लगे हैं जिसे अखिल भारतीय उद्योग व्यापार मंडल बर्दाश्त नहीं करेगा। उन्होंने कहा कि आज पूरे प्रदेश का व्यापारी राष्ट्रीय संदीप बंसल के आह्वान पर सड़कों पर है। उन्होंने चेतावनी देते हुए कहा कि व्यापारी की सहनशीलता की परीक्षा नहीं लेनी चाहिए। इस बार आरपार की लड़ाई में हमारा संगठन पूरे प्रदेश में व्यापारियों के सहयोग से प्रदेशव्यापी बंद का आह्वान करेगा।

जिला महामंत्री अनित गर्ग व हर्ष डाबर ने कहा कि मंडी शुल्क बहाल होने से जीएसटी में इन सभी वस्तुओं पर भारी गिरावट होगी। उन्होंने कहा कि वर्तमान में केवल देश के नौ राज्यों में मंडी शुल्क है। इससे उत्तर प्रदेश का व्यापार इन सभी वस्तुओं पर न केवल कम होगा बल्कि इंस्पेक्टर राज व लालफीताशाही बढ़ जाएगी जिसका सबसे अधिक नुकसान वर्तमान भाजपा सरकार को होगा। महानगर अध्यक्ष स. गुरमेहर सिंह व महामंत्री रजत मित्तल ने कहा कि कोरोगेटिड पेपर बॉक्स, कपड़ा, जूता, ईंट भट्टे आदि पर बढ़ी जीएसटी की दरों को तुरंत वापस लेना चाहिए। मुख्यमंत्री को तत्काल केंद्रीय वित्तमंत्री से बात कर इस वृद्धि को वापस कराना चाहिए ताकि महंगाई पर अंकुश लगाया जा सके।

इस दौरान वरिष्ठ जिला उपाध्यक्ष अश्विनी अरोड़ा, जगदीश कालड़ा, विनीत विरमानी, चंदन कालड़ा, मनोज चिटकारा, पुनीत माहेश्वरी, राजेंद्र तलवार, प्रदीप कोचर, रवि अरोड़ा, आरिफ खान, यशपाल त्रेहन, शशांक भाटिया, पंकज बजाज, अनुपम जैन, हर्षित वर्मा, अनुज मलिक, रंजीव सिंह, अनिल भारती, अनुपम मित्तल, केवल कृष्ण नरूला, आशीष वासन, गुरंिवंदर सिंह आदि सभी भारी संख्या में व्यापारी मौजूद रहे।