मूसलाधार बारिश ने कराया ठंडक का अहसास, किसानों के चेहरे खिले

- सहारनपुर में बारिश के बीच गंतव्य को जाते लोग।
सहारनपुर [24CN] । नववर्ष के आगमन के साथ ही जनपद में पड़ रही कड़ाके की ठंड के बीच बीती रात्रि से लगातार हो रही बारिश से एक ओर जहां सर्दी में इजाफा हुआ है, वहीं दूसरी ओर महानगर की गरीब व मलिन बस्तियों में जलभराव होने से नागरिकों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ा। जबकि मूसलाधार बारिश रबी फसल के लिए रामबाण होने के चलते किसानों के चेहरों पर खुशी की झलक दिखाई पड़ी। गौरतलब है कि भारतीय संस्कृति में पौष व महा में कड़ाके की ठंड पड़ती है। नववर्ष के आगमन के साथ ही पहाड़ों पर पड़ रही बर्फ के चलते जनपद व आसपास के क्षेत्रों में शीतलहर का प्रकोप जारी था। इसी बीच बीती रात्रि से लगातार रूक-रूक हो रही बारिश व हवाओं के चलते तापमान में गिरावट आने के कारण लोगों को ठंडक का अहसास करा दिया है। बारिश के कारण अधिकांश लोग घरों में ही दुबकने को मजबूर रहे। कोरोना संक्रमण के मद्देनजर शासन की गाइड लाइन के अनुरूप स्कूल-कालेजों में हाईस्कूल, इंटर व डिग्री कालेजों में जाने वाले छात्र-छात्राओं की संख्या भी नगण्य रही। कुछ छात्र-छात्राएं बारिश में भीगते हुए कालेज पहुंचे। उधर बारिश का असर सरकारी कार्यालयों के कामकाज पर भी दिखाई पड़ा। जहां तहसील समाधान दिवस होने के कारण जनपद व मंडल के तमाम बड़े पुलिस-प्रशासनिक अधिकारी समाधान दिवस में पहुंचे वहीं सरकारी कार्यालयों में स्टाफ हाथ सेकते नजर आए।
वहीं बारिश के चलते इक्का-दुक्का व्यक्ति अपने कार्य से सरकारी कार्यालयों में पहुंचे। बारिश के कारण महानगर की दलित व मलिन बस्तियों में नाले-नालियों अंटे होने के कारण सड़क पर उफन कर आए गंदे पानी से गुजर जाना पड़ा। वहीं दिल्ली-यमुनोत्री हाइवे के निर्माणाधीन होने के कारण अनेक स्थानों पर पुलिया व पुल का निर्माण होने के कारण कंस्ट्रक्शन कम्पनी द्वारा की गई खुदाई के कारण लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ा तथा छोटे व दुपहिया वाहन कीचड़ के बीच से गुजरना पड़ा। उधर रबी की फसल के लिए यह बारिश रामबाण माने जाने के चलते किसानों के चेहरों पर खुशी की झलक दिखाई पड़ी। वहीं साधनहीन किसानों के चेहरे पर भी खुशी दिखाई दी।