अफगानिस्तान में प्रांतीय परिषद के सदस्य समेत तीन की हत्या, तालिबानी शासन के फिर से लौटने का डर
तालिबान और अमेरिका के बीच हुए शांति समझौते के बाद भी अफगानिस्तान में हमले रुक नहीं रहे। राजधानी काबुल में रविवार को कुछ अज्ञात हमलावरों ने अंधाधुंध गोलियां बरसाकर तीन लोगों की हत्या कर दी। मृतकों की पहचान पूर्वी लोगार प्रांत के प्रांतीय परिषद के सदस्य नसीर घेरात और उनके दो अंगरक्षकों के रूप में हुई है।
काबुल पुलिस के प्रवक्ता फिरदौस फरमराज ने नसीर घेरात और उनके अंगरक्षकों की हत्या की पुष्टि की है। उन्होंने बताया कि अब तक किसी संगठन ने इन हत्याओं की जिम्मेदारी नहीं ली है। 29 फरवरी को अमेरिका और तालिबान के बीच हुए शांति समझौते के बाद आतंकी हमलों की कई घटनाएं हो चुकी हैं। शुक्रवार को दिवंगत शिया नेता अब्दुल अली माजरी की बरसी पर आयोजित शोकसभा के दौरान हुए आतंकी हमले में 32 लोगों की मौत हो गई थी।
इस हमले की जिम्मेदारी इस्लामिक स्टेट (आईएस) ने ली थी। राष्ट्रपति भवन के प्रवक्ता सादिक सिद्दीकी ने रविवार को ट्वीट कर बताया कि राष्ट्रपति अशरफ गनी ने शोकसभा में हुए आतंकी हमले की जांच के लिए एक समिति गठित की है। टैक्सी ड्राइवर नूर अहमद (37) ने बताया कि राजधानी काबुल में कानून व्यवस्था नाम की कोई चीज नहीं रह गई है। आतंकी जो चाहते हैं करते हैं, जो बहुत डरावना है।