देश के इन चार राज्यों ने सरकार की बढ़ा रखी है चिंता, कोरोना के सबसे ज्यादा सक्रिय मामले यहीं से
- केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के सचिव राजेश भूषण ने कहा कि कोविड मामलों में कमी अभी भी बनी हुई है लेकिन जिस रफ्तार से हम कमी चाहते हैं। संभवत उस रफ्तार से कमी नहीं हो रही है। कोरोना की दूसरी लहर अभी खत्म नहीं हुई है।
नई दिल्ली। देश में अभी रोजाना 30 हजार के आस पास कोरोना के मामले आ रहे हैं। कोरोना के सबसे ज्यादा मामले चार राज्यों से आ रहे हैं। कोरोना को लेकर केरल के हालात सबसे ज्यादा खराब है। आने वालें दिनों में त्योहारी सीजन के चलते सरकार कि चिंता देश के चार राज्यों के कोरोना मामलों से है। देश में चार राज्य ऐसे हैं जहां 10 हजार और 17 हजार के बीच में कोरोना के मामले बने हुए हैं। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार यह चार राज्य कर्नाटक, मिजोरम, तमिलनाडु और आंध्र प्रदेश हैं। देश के बाकी 30 राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों में 10 हजार से नीचे कोरोना के सक्रिय मामले हैं।
केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव ने कहा कि कोरोना के सक्रिय मामलों की संख्या घटी है। इस समय देश में 3 लाख 01 हजार (3,01,000) सक्रिय मामले हैं। रिकवरी दर 97.8 फीसद है और यह दर लगातार बढ़ रही है। इस समय 1 लाख से ज्यादा कोरोना के सक्रिय मामले केरल से हैं। इसके साथ ही महाराष्ट्र में सबसे ज्यादा कोरोना के सक्रिय मामले हैं। यहां 40,000 से ज्यादा सक्रिय मामले बने हुए हैं।
अभी खत्म नहीं हुई कोरोना की दूसरी लहर
केंद्र सरकार ने अभी भी लोगों से कोरोना प्रोटोकाल को बनाए रखने का निर्देश दिया है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के सचिव राजेश भूषण ने बताया कि पिछले 24 घंटे में देश में लगभग 31,000 कोरोना के नए मामले सामने आए हैं। कोविड मामलों में कमी अभी भी बनी हुई है लेकिन जिस रफ्तार से हम कमी चाहते हैं। संभवत: उस रफ्तार से कमी नहीं हो रही है। कोरोना की दूसरी लहर अभी खत्म नहीं हुई है। उन्होंने कहा कि जरूरी है कि हम अभी भी कोरोना प्रोटोकाल को बनाए रखे। हम यह भी सुनिश्चित करें की कोविड वैक्सीनेशन के विस्तार में तेजी से बढ़ावा हो। जो 31,000 नए मामले सामने आए हैं उसमें से ज्यादातर मामले केरल और महाराष्ट्र से आए हैं।
साढ़े 21 करोड़ लोगों को दी जा चुकी है कोरोना वैक्सीन की दूसरी डोज
देश में चलाए जा रहे कोरोना टीकाकरण की जानकारी देते हुए राजेश भूषण ने बताया कि कोविड वैक्सीन की पहली डोज अब तक लगभग 62 करोड़ लोगों को मिल गई, दूसरी डोज साढ़े 21 करोड़ लोगों को मिली है। 99 फीसद स्वास्थ्यकर्मियों को पहली डोज और 84 फीसद को दूसरी डोज मिली है। इसके साथ ही उन्होंने बताया कि फ्रंटलाइन वर्कर्स को 100 फीसद पहली डोज और 80 फीसद लोगों को दूसरी डोज लगाई जा चुकी है।
विकलांगों का घर पर होगा टीकाकरण
‘घर पर टीकाकरण’ की व्यवस्था पर सरकार ने एक एडवाइजरी जारी की है। नीति आयोग के स्वास्थ्य सदस्य डाक्टर वीके पाल ने कहा कि मुझे यह सूचित करते हुए प्रसन्नता हो रही है कि कोविड एसओपी के अनुरूप विकलांग या अलग तरह से विकलांग लोगों के लिए ‘घर पर टीकाकरण’ किया जाएगा।
ब्रिटेन की नीति को स्वास्थ्य मंत्रालय ने बताया भेदभावपूर्ण
भारत के लिए वैक्सीन प्रमाणन पर ब्रिटेन की नीति पर स्वास्थ्य मंत्रालय ने इसे भेदभावपूर्ण रवैया बताया है। स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण ने कहा कि 4 अक्टूबर से लागू होने वाली व्यवस्था भेदभावपूर्ण प्रथा है। दोनों पक्ष बातचीत में हैं और हमें विश्वास है कि एक जल्द ही समाधान निकाला जाएगा। हम समान रूप से पारस्परिकता का अधिकार सुरक्षित रखते हैं।