‘जिस तरह मजहब पूछकर मारा, हम उसकी निंदा करते हैं’, आतंकियों पर भड़के मीरवाइज उमर फारूक

श्रीनगर: ऑल पार्टीज हुर्रियत कॉन्फ्रेंस के अध्यक्ष मीरवाइज उमर फारूक ने पहलगाम आतंकी हमले की कड़ी निंदा की है। मीरवाइज ने कहा कि इस दुखद घटना ने दिलों को झकझोर कर रख दिया है। उन्होंने कहा कि जिस तरह धार्मिक आधार पर पहचान करके लोगों को गोली मारी गई वह निंदनीय है। बता दें कि 22 अप्रैल 2025 को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम की बैसरन घाटी में हुए एक आतंकी हमले में 26 लोग मारे गए थे और कई अन्य घायल हुए थे। यह 2019 के पुलवामा हमले के बाद कश्मीर घाटी का सबसे बड़ा आतंकी हमला था।
‘घटना ने हमारे दिलों को झकझोर दिया है’
पहलगाम आतंकी हमले के बारे में बोलते हुए शुक्रवार को मीरवाइज उमर फारूक ने कहा, ‘इस सप्ताह एक बहुत ही दुखद घटना घटी, जिसने हमारे दिलों को झकझोर कर रख दिया। जिस तरह से लोगों की पहचान की गई, उनका मजहब पूछा गया और 25 से अधिक लोगों को उनके परिवारों के सामने मार दिया गया, हम इसकी निंदा करते हैं।’ बता दें कि इस हमले की जिम्मेदारी लश्कर-ए-तैयबा से जुड़े आतंकी संगठन ‘द रेजिस्टेंस फ्रंट’ (TRF) ने ली थी। आतंकियों ने धर्म और नाम पूछकर लोगों को निशाना बनाया था। रिपोर्ट्स के मुताबिक, कई पीड़ितों को ‘कलमा’ पढ़ने के लिए कहा गया, और जो नहीं पढ़ सके, उन्हें गोली मार दी गई।
हमले के बाद सरकार ने की त्वरित कार्रवाई
पहलगाम हमले में मारे गए लोगों में भारतीय नौसेना के अधिकारी विनय नरवाल और खुफिया ब्यूरो के अधिकारी मनीष रंजन भी शामिल थे। इस भीषण आतंकी हमले के बाद भारत सरकार ने त्वरित कार्रवाई की। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सऊदी अरब का दौरा बीच में रोककर सुरक्षा मामलों की कैबिनेट बैठक (CCS) बुलाई, जिसमें सख्त कदमों पर फैसला लिया गया। गृह मंत्री अमित शाह श्रीनगर पहुंचे और सुरक्षा समीक्षा की। सेना, पुलिस, और अर्धसैनिक बलों ने बड़े पैमाने पर तलाशी अभियान शुरू किया, जिसमें 2 आतंकी मारे गए। इस हमले ने देश-विदेश में गुस्सा और शोक पैदा किया, और कई देशों ने इसकी कड़ी निंदा की है।