शोभित विश्वविद्यालय में स्पिक मैके के सहयोग से भारतीय संगीत और कला का कार्यक्रम आयोजित

शोभित विश्वविद्यालय में स्पिक मैके के सहयोग से भारतीय संगीत और कला का कार्यक्रम आयोजित

गंगोह [24CN] : शोभित विश्वविद्यालय गंगोह में भारतीय शास्त्रीय और लोक संगीत एवं कला को युवाओं के बीच फैलाने के उद्देश्य से स्पिक मैके सहारनपुर चैप्टर और विश्वविद्यालय के संयुक्त तत्वाधान में एक विशेष कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम में प्रख्यात बांसुरी वादक श्री अजय प्रसन्ना और प्रसिद्ध तबला वादक श्री मिथिलेश झा ने अपनी कला का प्रदर्शन किया।

कार्यक्रम का उद्घाटन परंपरागत विधि से शोभित विश्वविद्यालय के कुलसचिव प्रो. (डॉ.) महिपाल सिंह और अन्य अतिथियों ने मां सरस्वती और बाबू विजेंद्र कुमार जी की प्रतिमा के समक्ष दीप प्रज्वलित करके किया। मंच संचालन का कार्य प्रो. (डॉ.) नामित वशिष्ठ ने किया।

कार्यक्रम के आरंभ में शैफाली मल्होत्रा ने स्पिक मैके सहारनपुर चैप्टर से पहले वर्ष के विद्यार्थियों का ओरिएंटेशन किया। कुलपति प्रो. (डॉ.) रणजीत सिंह ने कार्यक्रम के आयोजकों को शुभकामनाएं प्रेषित की। कुलसचिव प्रो. (डॉ.) महिपाल सिंह ने कहा कि युवा पीढ़ी भारतीय कला परंपरा से दूर हो रही है, और इसके लिए विश्वविद्यालय लंबे समय से स्पिक मैके के साथ मिलकर विभिन्न कार्यक्रम आयोजित कर रहा है, जिससे बच्चों को भारतीय कला के प्रति जागरूक किया जा सके।

कार्यक्रम समन्वयक प्रो. (डॉ.) प्रशांत कुमार ने बताया कि बांसुरी वादक श्री अजय प्रसन्ना ने केवल तीन साल की उम्र में अपने पिता से बांसुरी की शिक्षा लेना शुरू किया और 6 साल की उम्र में इलाहाबाद में अपनी पहली प्रस्तुति दी। श्री अजय प्रसन्ना ने अपने अद्वितीय धुन और निपुणता के लिए न केवल भारत में, बल्कि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी प्रशंसा प्राप्त की है।

कार्यक्रम में उन्होंने राग शुद्ध सारन, तीन ताल, सोलह मात्रा, मध्य लय और ‘रघुपति राघव राजा राम’ जैसी धुनों से दर्शकों को मंत्रमुग्ध किया। तबला वादक श्री मिथिलेश झा ने श्री अजय प्रसन्ना का साथ दिया।

कार्यक्रम के अंत में, कलाकारों श्री अजय प्रसन्ना और श्री मिथिलेश झा को संस्था की ओर से स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया गया। प्रो. (डॉ.) नामित वशिष्ठ ने आभार व्यक्त किया। इस अवसर पर प्रो. (डॉ.) भूपेंद्र चौहान, डॉ. सोमप्रभ दुबे, डॉ. अभिमन्यु उपाध्याय और अन्य उपस्थित थे।

इस कार्यक्रम ने भारतीय संगीत और कला की महत्ता को रेखांकित करते हुए युवाओं को इससे जोड़ने का महत्वपूर्ण कार्य किया।


विडियों समाचार