कुख्यात बद्दो की फरारी का मामला: 10 लाख की रिश्वत के मामले ने पकड़ा तूल, अब आईजी करेंगे जांच
मोस्ट वांटेड बदन सिंह बद्दो की फरारी को लेकर 10 लाख रुपये की रिश्वत मांगने के आरोपों का मामला तूल पकड़ गया है। एडीजी जोन राजीव सभरवाल ने आईजी रेंज प्रवीण कुमार को इस पूरे प्रकरण की जांच सौंपते हुए रिपोर्ट मांग ली है।
बेरीपुरा टीपी नगर निवासी कुख्यात बदन सिंह बद्दो 28 मार्च 2019 को होटल मुकुट महल से फर्रुखाबाद पुलिस की कस्टडी से फरार हो गया था। पुलिस का दावा है कि होटल मालिक मुकेश गुप्ता को पहले से ही बद्दो की फरारी के प्लान का पता था और वह इस प्लान में शामिल था। पुलिस ने फरारी प्रकरण में मुकेश गुप्ता को मुख्य आरोपी बनाया है। लेकिन फरारी के सवा साल बाद भी मुकेश गुप्ता की गिरफ्तारी नहीं हुई। आरोप है कि संयुक्त व्यापार संघ के अध्यक्ष नवीन गुप्ता ने एसपी सिटी डॉ. अखिलेश नारायण सिंह के नाम से मुकेश गुप्ता से 10 लाख रुपए की रिश्वत ली। तीन दिन पहले मुकेश गुप्ता की गिरफ्तारी के बाद इसका खुलासा हुआ। आरोप नवीन गुप्ता पर है। लेकिन किरकिरी पुलिस विभाग की हो रही है। एसपी सिटी और व्यापारी नेता के बीच पैसे का लेनदेन हुआ या नहीं, इसकी जांच अब आईजी रेंज प्रवीण कुमार करेंगे।
गिरफ्तारी के बाद खुली पोल
कानपुर में सीओ समेत आठ पुलिस कर्मियों की शहादत के बाद पूरे प्रदेश में मोस्ट वांटेड अपराधियों के खिलाफ बड़े स्तर पर अभियान चल रहा है। मेरठ पुलिस की भी सवा साल बाद नींद टूटी और ढाई लाख के इनामी बदन सिंह बद्दो की फरारी के मामले में दर्ज मुकदमे में नामजद और जांच में आए आरोपियों पर फिर से शिकंजा कसना शुरू किया हुआ है। 11 जुलाई को ब्रह्मपुरी पुलिस ने होटल मालिक मुकेश गुप्ता के अलावा एक अन्य नामजद आरोपी अनिल छाबड़ा को जेल भेजा। गिरफ्तारी के बाद मुकेश के भाई नरेश कंसल ने आरोप लगाया कि उन्होंने संयुक्त व्यापार संघ अध्यक्ष नवीन गुप्ता को 10 लाख रुपए दिए थे, जो कि एसपी सिटी के नाम से लिए गए थे। दो दिन से यह मामला शहर में चर्चा का विषय बना हुआ है।