नकुड क्षेत्र मे सरकारी नलकूपों की नालियां जर्जर किसानो की फसले सिंचायी ने होने से सूखने के कगार पर

- नलकूप विभाग के आला अधिकारियों की उपेक्षा के चलते क्षेत्र नलकूपों की नालियां जर्जर हालत मे है। जिससे किसानों की फसलों को सरकारी नलकूपो का पानी तक नंही मिल रहा है। किसान फसले सूखने से परेशान है।
नकुड [इंद्रेश त्यागी]। क्षेत्र अध्याना गांव में सरकारी नलकूप 144 एनजी लगा है। गांव के किसानों ने बताया िकइस नलकूप की करीब पौने दो सौ मीटर नाली जर्जर विभाग ने वर्षो से इसकी मरम्मत कराने की जहमत नंही उठायी। नाली की पेंदी बैठ गयी है। वर्षो से उसमे पानी नंही चला। किसानों को सिंचायी के लिये निःशुल्क पानी उपलब्ध कराने का दावा करने वाले नलकूप विभाग की वास्तविकता इस नाली की हालत देखकर समझी जा सकती है।
किसानों ने बताया कि उन्होंने कई बार अधिकारियो से इस नाली केा ठीक कराने का आग्रह किया । ताकि किसानो की फसलो को नलकूप का पानी मिल सके । पंरतु विभागीय अधिकारियों के कानो पर जुं नंही रेगी। इसके बाद किसानों ने तहसील दिवस पर मामले की शिकायत की। पंरतु विभाग के अधिकारियों ने बेशर्मी के साथ बजट उपलब्ध होने पर नाली ठीक कराने की टिप्पणी के साथ उसे रफा दफा कर दिया। अघ्याना के किसान भानेश कुमार , राजकुमार आदि ने कहा कि अधिकारी अब बजट का रोना रो रहे है तो क्या पिछले दस वर्षो से उन्हे बजट उपलब्ध नंही हुआ।
उन्होने पिछले दस वर्षो से क्षतिग्रस्त नाली को ठीक कराने के लिये बजट की मांग क्यों नंही की। साफ है कि विभागीय अधिकारी किसानो की समस्याओ का समाधान कराने मे रूचि नंही ले रहे है। किसानो ने बताया कि क्षेत्र के अधिकांश नलकूपो की नालियो का यही हाल है। विभाग अधिकारी नलकूपो की नालियो को ठीक कराने के बजाये इस मद मे आने वाले धन को ठिकाने लगाने के प्रया समे रहते है।
किसानो ने चेताया कि यदि नाली को तुरंत ठीक नही कराया ग या तो वे अधिकारियो का घिराव करने से भी पीछे नंही हटेगे। भाकियु के नेता चै0 देवी सिंह ने कहा कि अधिकारी सुधर जायें ंनही तो किसान उन्हे सुधार देगे।