‘संविधान इन्हें चुभता है, क्योंकि वो…’, RSS नेता होसबोले के बयान पर भड़के राहुल गांधी

राहुल ने एक्स पर लिखा कि RSS का नक़ाब फिर से उतर गया। संविधान इन्हें चुभता है क्योंकि वो समानता, धर्मनिरपेक्षता और न्याय की बात करता है। उन्होंने आगे लिखा कि आरएसएस-भाजपा को संविधान नहीं, मनुस्मृति चाहिए।
पूरे मामले को लेकर कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने भी ट्वीट किया है। राहुल ने एक्स पर लिखा कि RSS का नक़ाब फिर से उतर गया। संविधान इन्हें चुभता है क्योंकि वो समानता, धर्मनिरपेक्षता और न्याय की बात करता है। उन्होंने आगे लिखा कि आरएसएस-भाजपा को संविधान नहीं, मनुस्मृति चाहिए। ये बहुजनों और ग़रीबों से उनके अधिकार छीनकर उन्हें दोबारा ग़ुलाम बनाना चाहते हैं। संविधान जैसा ताक़तवर हथियार उनसे छीनना इनका असली एजेंडा है। आरएसएस ये सपना देखना बंद करे – हम उन्हें कभी सफल नहीं होने देंगे। हर देशभक्त भारतीय आख़िरी दम तक संविधान की रक्षा करेगा।
कर्नाटक के सीएम सिद्धारमैया ने एक्स पर लिखा कि आरएसएस ने हमेशा हमारे संविधान के मूल मूल्यों – धर्मनिरपेक्षता और समाजवाद का विरोध किया है। अब, उनके नेता एक बार फिर कह रहे हैं कि इन शब्दों को प्रस्तावना से हटा दिया जाना चाहिए। यह कोई आकस्मिक टिप्पणी नहीं है – यह भारत के लोकतंत्र को उनकी वैचारिक छवि में नया रूप देने के लंबे समय से चले आ रहे एजेंडे का हिस्सा है। कांग्रेस सांसद केसी वेणुगोपाल ने कहा कि इस देश में अब अघोषित सेंसरशिप हो गई है। पिछले 11 सालों में भारत ने एक तरह की अघोषित इमरजेंसी का अनुभव किया है।
कांग्रेस नेता ने सवाल किया कि हमारी संवैधानिक संस्थाएँ कहाँ हैं? चुनाव आयोग की गतिविधियाँ क्या हैं? हर संवैधानिक संस्था पर भाजपा और प्रधानमंत्री मोदी ने हमला किया है। संवैधानिक मूल्यों पर हमला किया गया है। इसीलिए हम ‘संविधान बचाओ यात्रा’ निकाल रहे हैं, जो जिला स्तर पर लगभग 689 स्थानों को कवर कर चुकी है। अब हम विधानसभा क्षेत्र स्तर पर आगे बढ़ रहे हैं। यही वजह है कि भाजपा बैकफुट पर है। अपनी विफलताओं को छिपाने के लिए वे ये सब नाटक करने की कोशिश कर रहे हैं।