लॉकडाउन में भी इतनी साफ नहीं थी दिल्ली की हवा, अप्रैल ठंडा ही नहीं 8 वर्षों में दूसरा सबसे साफ महीना रहा
नई दिल्ली। अप्रैल का महीना इस बार ”ठंडा” ही नहीं बल्कि प्रदूषण रहित भी रहा। 2016 से 2023 यानी आठ वर्षों के दौरान दूसरी बार ऐसा हुआ है, जब पूरे माह में एक भी दिन दिल्ली में हवा की गुणवत्ता ”खराब” नहीं हुई। राजधानी वासी लगातार बेहतर हवा में सांस ले रहे हैं। पर्यावरणविदों ने इस राहत का श्रेय मौसम का दिया है।
केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (सीपीसीबी) से मिले आंकड़ों के मुताबिक इस बार अप्रैल के 30 में से 17 दिन एयर क्वालिटी इंडेक्स (एक्यूआई, AQI) ”संतोषजनक” एवं 13 दिन ”मध्यम” श्रेणी में दर्ज किया गया। पिछले वर्षों सालों में अप्रैल माह के प्रदूषण पर निगाह दौड़ाएं तो 2017, 2018 और 2019 के मुकाबले 2021 कहीं साफ रहा। लेकिन 2020 का अप्रैल सबसे बेहतर रहा था।
गर्मी से रही राहत, अप्रैल में एक दिन भी नहीं चली लू
पिछले साल दिल्ली में अप्रैल की गर्मी ने दशकों का रिकॉर्ड तोड़ा था। माह का अधिकतम तापमान जहां औसत से 3.9 डिग्री वहीं न्यूनतम 0.8 डिग्री अधिक दर्ज किया गया था। नौ दिन लू चली थी। इसी तरह बरसात भी सामान्य से 98 प्रतिशत कम हुई थी। इसके विपरीत इस साल अप्रैल में एक भी दिन लू नहीं चली।
माह का अधिकतम तापमान औसत 36.5 डिग्री की तुलना में 35.3 डिग्री यानी 1.2 डिग्री कम दर्ज किया गया है। 2020 में भी कमोबेश इतना ही रहा था। हालांकि 2015 (34.5 डिग्री) के बाद यह सबसे कम है। ज्यादातर दिन लोगों को तेज धूप का सामना भी नहीं ही करना पड़ा।
लॉकडाउन में 16 दिन साफ रही थी हवा
देशव्यापी लॉकडाउन के कारण 30 में से 16 दिन अच्छी जबकि 14 दिन मध्यम श्रेणी की हवा रही। 2016 में 23 दिन खराब, पांच दिन बहुत खराब एवं दो दिन मध्यम श्रेणी की हवा वाले रहे थे।
पर्यावरण विशेषज्ञों के अनुसार, इस वर्ष अप्रैल में वायु प्रदूषण से मिली राहत की मुख्य वजह मौसम की मेहरबानी रही। पश्चिमी विक्षोभों के असर से तेज हवा भी चलती रही एवं बीच बीच में हल्की वर्षा भी होती रही। इससे प्रदूषण कण वातावरण में जमने की बजाए छंटते चले गए।
2016 से 2023 के दौरान अप्रैल में कितने दिन किस श्रेणी की रही हवा
वर्ष संतोषजनक मध्यम खराब बहुत खराब
2016 0 02 23 05
2017 0 13 11 06
2018 01 07 18 04
2019 0 11 17 01
2020 16 14 0 0
2021 0 18 11 01
2022 0 0 28 02
2023 17 13 0 0
(30 अप्रैल तक)
हवा की गति में सुधार के कारण
सीपीसीबी के पूर्व अपर निदेशक डॉ. दीपांकर साहा ने बताया कि यह अप्रैल पिछले वर्षों से बेहतर रहा है। बीच बीच में हुई हल्की बरसात से भी वायु प्रदूषण में कमी आई है। मेरा तो यह भी मानना है कि राजधानी के प्रदूषण की दवा ही हवा और बरसात है।
रविवार को भी ”मध्यम” श्रेणी में रहा एक्यूआई
रविवार को भी दिल्ली एनसीआर में एक्यूआइ ”मध्यम” श्रेणी में ही दर्ज किया गया। सीपीसीबी द्वारा जारी एयर क्वालिटी बुलेटिन के अनुसार दिल्ली का एक्यूआइ 132 रहा। एनसीआर में फरीदाबाद का 147, गाजियाबाद का 104, ग्रेटर नोएडा का 132, गुरुग्राम का 118 व नोएडा का 123 दर्ज किया गया। सफर इंडिया की मानें तो फिलहाल इसमें अधिक बदलाव के आसार भी नहीं हैं।