तेजस्वी का CM नीतीश पर हमला, कहा- कुछ गलत नहीं किया तो FIR से डर क्यों?
- तेजस्वी यादव ने सीएम नीतीश कुमार पर हमला बोला है. तेजस्वी ने सीएम नीतीश पर हमला बोलते हुए कहा कि, बिहार सरकार के एक आईएस अधिकारी थाने में पिछले 5-6 घंटे से बैठे हैं और उनकी एफआईआर नहीं दर्ज की गई.
पटना: शनिवार को राष्ट्रीय जनता दल के नेता एवं बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने सीएम नीतीश कुमार पर हमला बोला है. तेजस्वी ने सीएम नीतीश पर हमला बोलते हुए कहा कि, बिहार सरकार के एक आईएस अधिकारी थाने में पिछले 5-6 घंटे से बैठे हैं और उनकी एफआईआर नहीं दर्ज की गई. तेजस्वी ने नीतीश सरकार पर सवाल उठाते हुए कहा है कि, एक मुख्य सचिव स्तर का अधिकारी पूरे सबूतों के साथ सीएम और उनके अधिकारियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज करवाने के लिए बैठे हैं और एफआईआर दर्ज नहीं हो रही है ऐसा क्यों? तेजस्वी ने कहा कि जब आप हर जगह सही हो तो आपको किस बात का डर है. आप ये तानाशाही रवैया किसके लिए अपना रहे हैं. आपको किसका डर लग रहा है जो एफआईआर दर्ज करने में परेशानी हो रही है. सीएम नीतीश कुमार को सामने आकर इस बात को स्पष्ट करना चाहिए.
बिहार के सियासी गलियारे में शनिवार को एक आईएएस अधिकारी ने हलचल मचा दी. पटना के गर्दनीबाग स्थित SC/ST थाने में उस समय हलचल तेज हो गई, जब यहां BSSC के पूर्व अध्यक्ष और सीनियर आईएएस अधिकारी सुधीर कुमार पहुंच गए. बताया जा रहा है कि वह सीएम नीतीश कुमार और उनके प्रधान सचिव के खिलाफ केस दर्ज कराने के लिए थाने पहुंचे थे. आपको बता दें सुधीर कुमार बिहार कर्मचारी चयन आयोग के पूर्व अध्यक्ष रह चुके हैं और उन पर आरोप था कि 2014 में अध्यक्ष पद पर रहने के दौरान इंटरमीडिएट की स्तरीय संयुक्त परीक्षा का पेपर लीक हुआ था, जिसमें उन्हें दोषी बताया गया था. इसी मामले में 2017 में इनको निलंबित करते हुए गिरफ्तार किया गया था. अब चार 4 बाद उनके अचानक SC/ST थाने पहुंचने के बाद एक बार फिर से वह चर्चा में आ गए हैं.
हालांकि इस दौरान जब उनसे थाने आने के कारणों को लेकर पूछा गया तो उन्होंने बताया कि पहले शिकायत दर्ज हो जाए, फिर आप लोग खुद थानाध्यक्ष से पूछ सकते हैं.बता दें कि सुधीर कुमार 1988 बैच के आईएएस अधिकारी रहे हैं.बीएसएससी के अलावा वह गृह विभाग के प्रधान सचिव की जिम्मेदारी संभाल चुके हैं. वर्तमान में वह सामान्य प्रशासन विभाग में वह मुख्य जांच आयुक्त के पद पर नियुक्त हैं. 31 मार्च 2022 को वह पद से रिटायर होंगे. साथ ही वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि वो बीते 5 मार्च को भी शास्त्री नगर थाने में इसी मामले को लेकर एफआईआर दर्ज करवाने गए थे. उस दौरान एसएसपी उपेन्द्र कुमार शर्मा और डीएसपी राजेश कुमार प्रभाकर भी मौजूद थे. न तो उस वक्त उनकी एफआईआर दर्ज की गई थी, और न ही अब दर्ज की गई है.
आरटीआई के जरिए इस मामले की तलब उच्च अधिकारियों से की गई तो भी इसका जवाब प्रशासनिक अधिकारियों ने नहीं दिया.बता दें कि सुधीर कुमार के BSSC अध्यक्ष रहते हुए 2014 में इंटर स्तरीय संयुक्त परीक्षा का पेपर लीक हुआ था, जिस मामले में 2017 में इनको निलंबित करते हुए गिरफ्तार किया गया था. इन्हें तीन वर्ष से अधिक की सजा भी हुई थी. सुधीर कुमार 1988 बैच के आईएएस अधिकारी रहे हैं. बीएसएससी के अलावा वह गृह विभाग के प्रधान सचिव की जिम्मेदारी भी संभाल चुके हैं. फिलहाल वह सामान्य प्रशासन विभाग में मुख्य जांच आयुक्त के पद पर नियुक्त हैं.बता दें कि बीएसएससी (BSSC) प्रथम संयुक्त प्रतियोगिता परीक्षा 2014 के लिए आवेदन शुरू की गई थी. इस परीक्षा के लिए लगभग 18 लाख अभ्यार्थियों ने आवेदन दिया था. यह परीक्षा 2016 में आयोजित की गई थी. लेकिन पेपर लीक होने से परीक्षा को रद्द कर 2018 में 8, 9 और 10 दिसंबर को आयोजित कराई गई थी. वहीं परीक्षा रिजल्ट 14 फरवरी 2020 में घोषित किया गया था.