लाहौर यूनिवर्सिटी में गूंजे जेएनयू जैसे आजादी-आजादी के नारे, सोशल मीडिया पर ट्रेंड हो रहे विडियो
- शायर फैज अहमद फैज की जयंती से पहले आयोजित लिटरेचर फेस्टिव के दौरान छात्रों ने यह नारे लगाए
- छात्रों ने हम क्या मांगे आजादी, पढ़ने की आजादी। साथी चुनने की आजादी के नारे लगाए
- छात्रों के नारे वाले कई विडियोज को सोशल मीडिया पर जमकर शेयर किया जा रहा है
- फेसबुक और ट्विटर पर ये पाकिस्तान ही नहीं बल्कि भारत में भी खूब ट्रेंड हो रहे हैं
लाहौर
कह कर लेंगे आजादी, लड़कर लेंगे आजादी। यह नारे हमें दिल्ली की जवाहरलाल नेहरू यूनिवर्सिटी के छात्रों के प्रदर्शनों के दौरान ही सुनने को मिलते हैं, लेकिन अब पाकिस्तान की लाहौर यूनिवर्सिटी में भी छात्र ऐसे ही नारे लगाते दिखे हैं। भारत और पाकिस्तान में मशहूर शायर फैज अहमद फैज की जयंती से पहले आयोजित लिटरेचर फेस्टिव के दौरान छात्रों ने यह नारे लगाए। छात्रों ने ‘हम क्या मांगे आजादी, पढ़ने की आजादी। साथी चुनने की आजादी’ के नारे लगाए।
छात्रों के नारे वाले कई विडियोज को सोशल मीडिया पर जमकर शेयर किया जा रहा है। फेसबुक और ट्विटर पर ये पाकिस्तान ही नहीं बल्कि भारत में भी खूब ट्रेंड हो रहे हैं। लाहौर यूनिवर्सिटी के छात्रों ने अपने प्रदर्शन के दौरान जब लाल-लाल लहराएगा, तब होश ठिकाने आएगा, जैसे नारे भी लगाए। दिलचस्प यह है कि जिस वक्त पाकिस्तान में छात्रे आजादी-आजादी के नारे लगा रहे थे, वहीं जेएनयू के छात्र भी दिल्ली में संसद तक मार्च के दौरान आजादी के नारे लगाते दिखे।
सुर्ख होगा, सुर्ख होगा, एशिया सुर्ख होगा का नारा भी छात्रों ने अपने कार्यक्रम में लगाया। पाकिस्तान के अलावा भारत में भी वामपंथी विचारधारा से जुड़े लोग काफी पसंद कर रहे हैं। बता दें कि लाल रंग को वामपंथी विचारधारा से जुड़े लोग अपने प्रतीक के तौर पर मानते रहे हैं।