शोभित विश्वविद्यालय रूद्राक्ष के एक हजार पौधे लगायेगा

गंगोह: राष्ट्रीय वृक्षारोपण अभियान के अन्तर्गत शोभित विश्वविद्यालय सहारनपुर जनपद में दुलर्भ रूद्राक्ष के एक हजार पौधो का रोपण करेगा। महामण्डलेश्वर मार्तण्डपुरी ने गंगोह सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र एवं पुलिस थाना में पौधा रोपण कर इस अभियान का शुभारम्भ किया।
विश्वविद्यालय के अध्यात्म, अध्ययन एवं शोध केन्द्र के अध्यक्ष एवं मानद प्रोफेसर महामण्डलेश्वर मार्तण्डपुरी ने बताया कि वृक्षारोपण के पहले चरण में गंगोह स्थित शिक्षण शिक्षण संस्थानों, प्रशासनिक कार्यालयों, धार्मिक केन्द्रों सहित अनेक स्थलों पर रूद्राक्ष के पौधो का रोपण किया जायेगा। उन्होने बताया कि रूद्राक्ष के पौधे के रोपण का प्रतिशत भारत में विश्व की तुलना मे केवल सात प्रतिशत है। भारत में रूद्राक्ष की प्रजातियां लुप्त हो रही है।
महामण्डलेश्वर मार्तण्डपुरी ने बताया कि वह पिछलें पन्द्रह वर्षो से अधिक समय से पूरे भारत में रूद्राक्ष के पौधो के रोपण का अभियान चला रहे है। भारत के विभिन्न क्षेत्रों में पच्चीस लाख से अधिक पौधो का रोपण किया जा चुका है। जो पूर्णतया वृक्ष बन चुके है और फल प्रदान कर रहे है। शोभित विश्वविद्यालय के गंगोह और मेरठ कैम्पस में पचास से अधिक पौधे लगाये जा चुकें है और पूर्ण वृक्ष के रूप में विकसित हो फल प्रदान कर रहे है।
विश्वविद्यालय के वैज्ञानिकों ने रूदाक्ष के वृक्ष के सभी अंगो पर अत्यतं गहराई के साथ शोध किया है। रूदाक्ष का फल, पत्तिया, छाल, जड़ सभी मानव के लिए औषधीय गुण से भरपूर है। पर्यावरण को आक्सीजन के साथ नकारात्मक दूर करने मे साहयक है। रूद्राक्ष का फल कैपेसिटर के रूप में कार्य करता है। ब्रह्माण्डीय ऊर्जा को संग्रहीत कर आवश्यकतानुसार प्रदान करता है। रूदाक्ष का वृक्ष और फल रेडियोधर्मिता से रक्षा करता है। विश्वविद्यालय के वैज्ञानिकों का शोध राष्ट्रीय एवं अन्तर्राष्ट्रीय पत्रिकाओं में प्रकाशित हो चुके है। शोभित विश्वविद्यालय के अन्तर्गत संचालित कुवर शेखर विजेन्द्र आयुर्वेद मेड़िकल कालेज एवं अनुसंधान केन्द्र रूद्राक्ष आधारित औषिधियों के निमार्ण की ओर अग्रसर है।
महामण्डलेश्वर मार्तण्डपुरी ने यह भी बताया कि रूदाक्ष रोपण अभियान के अन्तर्गत शोभित विश्वविद्यालय गंगोह परिसर में एक साथ एक सौ आठ रूदाक्ष के पौधे का रोपण कर रूद्रवन की स्थापना की जायेगी।