भाजपा विधायक को थप्पड़ मारने पर शिवपाल यादव ने किया तंज, बोले- सत्ता पक्ष के विधायक भी सुरक्षित नहीं
लखनऊ। लखीमपुर सदर के विधायक योगेश वर्मा को थप्पड़ मारने की घटना पर समाजवादी पार्टी के महासचिव शिवपाल सिंह यादव ने कड़ा तंज कसा है। उन्होंने सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे वीडियो को साझा करते हुए लिखा कि प्रदेश की स्थिति अति गंभीर है, और सत्ता पक्ष के विधायक भी सुरक्षित नहीं हैं।
शिवपाल यादव ने एक अन्य पोस्ट में कहा कि सरकार चुनावों में भी अपने अनुसार खेल खेलती है, इसलिए निष्पक्षता की उम्मीद करना बेकार है। उन्होंने स्पष्ट किया कि इस सरकार में निष्पक्ष चुनाव तो दूर, निष्पक्ष पर्चा भरना भी संभव नहीं है।
सपा मीडिया सेल का तंज
सपा मीडिया सेल ने इस घटना पर टिप्पणी करते हुए कहा कि ठाकुर साहब (अवधेश सिंह) ने भाजपा के कुर्मी विधायक योगेश वर्मा को थप्पड़ मारा। उन्होंने कहा कि यह भाजपा का आंतरिक मामला है, लेकिन यह भी चिंताजनक है कि एक ही पार्टी के भीतर विधायक को इस तरह का सामना करना पड़ा। बयान में सवाल उठाया गया कि लखनऊ में वकील साहब का संरक्षक कौन है, जो इस स्थिति का जिम्मेदार है।
सपा ने आगे कहा कि योगीराज में पिछड़े भाजपा विधायक अपने स्वजातीय से भी थप्पड़, जूते और लात खा रहे हैं। जब ऐसे विधायक सुरक्षित नहीं हैं, तो आम दलित और पिछड़े वर्ग की सुरक्षा की स्थिति और भी चिंताजनक है।
ठाकुरवादी जातिवाद का सच
सपा ने एक बार फिर से विवादास्पद टिप्पणी करते हुए कहा कि योगीराज में ठाकुरवादी जातिवाद का नंगा सच सामने आया है। उन्होंने सवाल किया कि क्या अब पिछड़े समाज के भाजपा नेताओं की आवाज भी दब गई है? पीटने वाला योगी जी की जाति का है, जबकि पिटने वाला पिछड़ा वर्ग समाज का है।
सपा ने इस घटनाक्रम को लेकर चिंता व्यक्त की कि यदि यूपी में पिछड़े वर्ग के भाजपा विधायक ही असुरक्षित हैं, तो आम पिछड़ा वर्ग की जनता पर क्या बीत रही होगी।
घटना का विवरण
यह घटना तब हुई जब अर्बन कोऑपरेटिव के डेलिगेट्स का नामांकन चल रहा था। इस दौरान दो गुटों के बीच तीखी बहस हुई। एक गुट जिला अधिवक्ता संघ अध्यक्ष पुष्पा सिंह के पति अवधेश सिंह का था, जबकि दूसरा गुट विधायक योगेश वर्मा के समर्थकों का था।
सूत्रों के अनुसार, आवास विकास कॉलोनी स्थित अर्बन कोऑपरेटिव बैंक की मुख्य शाखा में नामांकन प्रक्रिया के दौरान पुलिस ने सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए थे। लेकिन यहां जो भी नामांकन के लिए पर्चा खरीदने आता, उसके नामांकन पत्र फाड़ दिए जाते थे। जब विधायक योगेश वर्मा ने इस स्थिति को देखा, तो उन्होंने अपने समर्थकों के साथ वहां पहुंचकर दोनों गुटों में कहासुनी की, जिसके परिणामस्वरूप अवधेश सिंह ने उन्हें थप्पड़ मारा।