शेरमउ शुगर मिल ने एक दिन मे काट दिया पूरा इंडेंट, मिल गेट पर लगी लंबी लाईने

शेरमउ शुगर मिल ने एक दिन मे काट दिया पूरा इंडेंट, मिल गेट पर लगी लंबी लाईने
शेरमउ चीनी मिल गेटपर ट्रेक्टर ट्रालियों की लगी लंबी लाईने

नकुड [इंद्रेश त्यागी]। छः मई तक किसानों को एक-एक पर्ची के लिए तरसाने वाले उत्तम शुगर मिल ने किसानों की सारी पर्ची एक साथ काट दी है। जिससे मिल गेट पर दो किमी लंबी लाईन लग गयी है। दो-दो दिन से किसान अपनी बारी आने की प्रतीक्षा में गन्ना लिये गेट पर खडे है। गन्ना किसानों ने गेट पर अफरा-तफरी में बडे पैमाने पर घटतोली होने के आरोप लगाये है।

एक ही दिन मे काट दिया पूरा इंडेंट

गेट के किसानो को एक-एक पर्ची के लिये तरसाने वाले उत्तम शुगर मिल ने सात मई को साढे तीन बजे किसानो की दस से बारह पर्चियां एक साथ काट दी है। जिन पर गन्ना तुलाई के लिये सात मई की तारिख डाली गयी। उसके बाद शाम साढे सात बजे फिर सोसासयटी ने गन्ना किसानो की सारी पर्चियां काट दी। साथ ही इन पर्चियो पर आठ मई की तारिख गन्ना मिल में डालने की तिथि निर्धारित कर दी गयी। किसानो का कहना है कि मात्र कुछ घंटे मे दस-दस पर्चियो का गन्ना मिल मे डालना कैसे संभव था। ऐसे गन्ना किसानो मे अफरातफरी मच गयी।

गेहु की फसल समेटने मे लगे थे अधिकांश किसान

गौरतलब है कि किसानो के खेतो में अभी भी काफी गन्ना खडा है। मिल द्वारा समुचित संख्या में पर्चिया ने देने के कारण किसानो का पूरा ध्यान अभी तक गेंहु की फसल को खेतो से घर तक लाने पर था। मौसम की बेरूखी से किसान पहले ही परेशान थे वे किसी तरह से तैयार खडी गेंहु की फसल को समेटने का प्रयास कर रहे थे।

गेंहु छोडकर किसान गन्ना मिल मे डालने में जुटे, मची अफरातफरी

अब दो दिनो के अंदर तमाम पर्चिया काटे जाने से किसानो में मिल बंद होने का भय व्याप्त हो गया। वे अपने गेंहु का छोडकर खेतो में खडे गन्ने को मिल मे डालने मे जुट गये। जिससे मिल गेट पर गन्ने से लदी ट्रेक्टर ट्रालियों की सड़क पर दोनों तरफ दो-दो किमी तक लंबी लाईने लगी है। मिल का यार्ड पूरी तरह से भरा हुआ है। किसान दो-दो दिन से मिल में अपनी बारी आने की प्रतिक्षा कर रहे है। कडी धूप मे किसानो के लिये जंहा बैठने तक की व्यवस्था नंही है, वंही पीने के पानी तक के लिये गन्ना किसान तरस गये है। भूखे प्यासे किसान मिल में अपनी बारी आने की प्रतिक्षा में खडे है।

दादागिरी करने वाले कुछ किसान जंहा मिल में जबरन अपनी ट्रोली पहले तुलवाने का प्रयास कर रहे है। वही सीधे-सादे किसान पीछे खडे अपना नंबर आने की प्रतिक्षा में है। कुछ दबंग किसानों के कारण मिल मे कई बार तनाव की सी स्थिति उत्पन्न हो गयी है।

अफरातफरी कर घटतोली करने का आरोप

उधर किसानों का आरोप है कि गन्ना तुलाने की अफाराफरी मे मिल प्रबंधन गेट पर जमकर घटतौली कर रहा है। किसानो का कई कई कुंतल गन्ने की घटतोती की जा रही हैं। भाजपा नेता राजेश त्यागी, रिंकु तौमर, भानेश कुमार आदि ने कहा कि चीनी मिल प्रबंधन मिल को बंद करने के लिये  जानबूझकर अव्यवस्था उत्पन्न कर रहा है।

गन्ना किसानों की दुर्दशा हो रही है

भाकियु के जिला महामंत्री अशोक कुमार ने कहा कि अभी तक किसाना पर्चियों के लिये गन्ना उपायुक्त, जिला गन्ना अधिकारी मिल प्रबंधन आदि से पर्चियो देने की गुहार लगा रहा था। परंतु किसानों को पर्चिया नंही दी जा रही थी। पंरतु अब दो दिनों में ही पूरा इंडेंट काटने से मिल प्रबंधन की मंशा पर सवाल उठना लाजिम है। उन्होंने कहा कि किसानों की दुर्दशा हो रही है। कांसेपुर में मिल ने दो दिन तक कांटा बंद रखा। जबकि खेतो में अभी भी गन्ना खडा है। उन्होने चेताया कि गन्ना खेतो मे खडा रहने पर भी मिल बंद की गयी तो किसान चुप नंही बैठेगा।

 

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