शामली: हिस्ट्रीशीटर चला रहा था तमंचा फैक्ट्री, छापेमारी में बरामद हुआ भारी असलाह
शामली: जनपद पुलिस ने अवैध तमंचा फैक्ट्री का खुलासा किया है। यह तमंचा फैक्ट्री जिले के थानाभवन क्षेत्र के गांव रिशालगढ़ में चलाई जा रही थी। पुलिस ने तमंचा फैक्ट्री का संचालन करने के आरोप में एक कुख्यात हिस्ट्रीशीटर और उसके साथी को गिरफ्तार किया है।
क्या है पूरा मामला?
बुधवार को जनपद की थानाभवन थाना पुलिस ने विशेष सूचना के आधार पर क्षेत्र के गांव माजरा रिशालगढ़ में छापेमारी की। छापेमारी के दौरान पुलिस ने दो अभियुक्तों को गिरफ्तार करते हुए उनकी निशानदेही पर गांव में संचालित तमंचा फैक्ट्री का भंडाफोड़ किया। पुलिस ने मौके से बने-अधबने तमंचे, बंदूक, भारी मात्रा में कारतूस और हथियार बनाने के उपकरण बरामद किए। पुलिस के अनुसार मुण्डेट खादर गांव का रहने वाला सराफत तमंचा फैक्ट्री का संचालन कर रहा था, जो क्षेत्र का प्रचलित हिस्ट्रीशीटर भी बताया जा रहा है। पुलिस के अनुसार उसके खिलाफ संगीन धाराओं में एक दर्जन से अधिक मुकदमें दर्ज हैं। इसके अलावा पुलिस ने उसके साथी के रूप में सहारनपुर के धानवा तीतरो निवासी कय्यूम को भी गिरफ्तार किया है।
मौके से बरामद हुआ यह सामान
छापेमारी के दौरान पुलिस ने मौके से दो बने, 9 अधबने तमंचे, एक अवैध अद्दा 12 बोर, शार्ट बैरल बंदूक, 74 जिंदा कारतूस, 93 खोखा कारतूस, दो खोखा कारतूस 315 बोर बरामद किए है। इसके अलावा मौके से भारी मात्रा में अवैध शस्त्र बनाने के उपकरण भी बरामद किए गए हैं। पुलिस ने अवैध तमंचा फैक्ट्री के संचालन के आरोप में गिरफ्तार दोनों अभियुक्तों के खिलाफ सुसंगत धाराओं में अभियोग पंजीकृत कर लिया है। हिस्ट्रीशीटर अपराधी का पुलिस की नजरों से बचकर तमंचा फैक्ट्री चलाना भी लोगों में सुर्खियों का विषय बना हुआ है।
एसपी ने दी जानकारी
एसपी विनीत जायसवाल ने बताया कि जनपद शामली के थाना थानाभवन पुलिस द्वारा सराहनीय कार्य करते हुए एक अवैध शस्त्र फैक्ट्री पर छापेमारी की गई। पुलिस ने दो अभियुक्तों को गिरफ्तार किया है। मौके से भारी मात्रा में असलाह और कारतूस बरामद हुआ है। आरोपी कारतूसों के खोखे को भरकर नया कारतूस बनाने का धंधा भी करते थे। इसके अतिरिक्त भारी मात्रा में अवैध अस्लाह बनाने के उपकरण भी बरामद किए गए हैं। पुलिस द्वारा गिरफ्तार किया गया मुख्य अभियुक्त थाना क्षेत्र का प्रचलित हिस्ट्रीशीटर भी है, जिसके खिलाफ एक दर्जन से ज्यादा मुकदमें भी दर्ज हैं।