श्रीनगर में कड़ी सुरक्षा के बीच खुले स्कूल, कॉलेज और विश्वविद्यालय
सरकार की घोषणा के बाद बुधवार को श्रीनगर में सभी कॉलेज और विश्वविद्यालय खुल गए। हालांकि पहले दिन छात्रों की उपस्थिति काफी कम दिखाई पड़ी। इस बीच कॉलेज पहुंचे छात्र अपने भविष्य को लेकर काफी चिंतित दिखाई दिए। इसके बावजूद कम उपस्थिति का बड़ा कारण यातायात की कमी बता रहे हैं।
विभाजित करने के केंद्र सरकार के फैसले की घोषणा करने के केंद्र शासित राज्य घोषित किये जाने के बाद पिछले सप्ताह कश्मीर के संभागीय आयुक्त बशीर खान ने तीन अक्तूबर से सभी हायर सेकेंडरी स्कूल व 9 अक्तूबर से सभी कॉलेज खोलने की घोषणा की थी।
श्रीनगर में बुधवार की सुबह अमर सिंह कॉलेज, वुमेंस कॉलेज, एसपी हायर सेकेंडर, एसपी कॉलेज आदि शिक्षण संस्थान खुले। इन संस्थानों में स्टाफ तो पहुंचा परंतु छात्रों की उपस्थिति काफी कम रही। छात्र अपने असाइनमेंट जमा करने तथा आगामी परीक्षाओं के बारे में पूछताछ करते नजर आए। इस बीच श्रीनगर के लगभग सभी शिक्षण संस्थानों के आसपास सुरक्षा बलों की कड़ी तैनाती की गई थी ताकि कोई शरारती तत्व माहौल न बिगाड़ सकें।
छात्रों का दर्द पीढी़ हो रही तबाह
एसपी कॉलेज पहुंचे एक छात्र आकिब ने कहा, हम कॉलेज यह देखने आ रहे हैं कि आखिर चल क्या रहा है? छात्रों का कहना है कि हम छात्रों की पढ़ाई बुरी प्रभावित हो रही है। इसका हमारे ऊपर बुरा असर पड़ रहा है। हम कह सकते हैं कि कश्मीर की एक पूरी पीढ़ी तबाह हो रही है। जबकि दूसरे राज्यों में बच्चे सामान्य पढ़ाई कर रहे हैं और अगर ऐसे ही चलता रहा तो हम उनके साथ कैसे प्रतिस्पर्धा कर सकेंगे। हम चाहते हैं कि हालातों में सुधार हो ताकि हम अच्छे से पढ़ाई कर सके। एक अन्य छात्र बशीर अहमद ने कहा, यहां जो हर वक्त हड़ताल होती है उसका सीधा असर पढ़ाई पर पड़ता है, हमारे यहां के हालात के चलते एजुकेशन सिस्टम कमजोर हो गया है।