रालोद कार्यकर्ताओं ने की कृषि कानून वापस लेने की मांग

रालोद कार्यकर्ताओं ने की कृषि कानून वापस लेने की मांग
  • सहारनपुर में गन्ना भवन पर नारेबाजी करते रालोद कार्यकर्ता।

सहारनपुर [24CN] । राष्ट्रीय लोकदल के कार्यकर्ताओं ने केंद्र सरकार द्वारा लागू किए गए कृषि कानूनों के विरोध नारेबाजी कर प्रदर्शन करते हुए धरना दिया तथा राज्यपाल को सम्बोधित दो सूत्रीय ज्ञापन जिला गन्ना अधिकारी को सौंपकर तीनों कृषि बिल वापस लेने तथा गन्ने का लाभकारी मूल्य 450 रूपए प्रति कुंतल घोषित करने की मांग की। राष्ट्रीय लोकदल के कार्यकर्ता पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के तहत गन्ना पहुंचे जहां नारेबाजी के प्रदर्शन करते हुए धरने पर बैठ गए। प्रदर्शनकारियों को संबोधित करते हुए जिलाध्यक्ष राव कैसर ने कहा की केंद्र सरकार किसानों के प्रति संवेदनशील नहीं है।

उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार ने तीन कृषि बिल पारित कर किसानों के साथ अन्याय किया है जिसे केंद्र सरकार को अविलम्ब तीनों कृषि कानून वापस लेने चाहिए। उन्होंने सरकार से गन्ने का लाभकारी मूल्य 450 रूपए प्रति कुंतल घोषित करने की मांग की। प्रदेश महासचिव चौ. धीरसिंह ने कहा कि उत्तर प्रदेश में किसानों का गन्ना मूल्य भुगतान बकाया है। सितंबर माह तक केवल उत्तर प्रदेश में चीनी मिलों पर किसानों का 12994 करोड़ रुपया बकाया है। जबकि चालू पेराई सत्र को लगभग 2 माह गुजर चुके हैं किंतु आज तक गन्ने का लाभकारी मूल्य घोषित नहीं किया गया है। बाद में रालोद कार्यकर्ताओं ने राज्यपाल को सम्बोधित 2 सूत्रीय ज्ञापन जिला गन्ना अधिकारी को सौंपकर समस्याओं का समाधान कराने की मांग की। प्रदर्शनकारियों में अय्यूब हसन, हरपाल वाल्मीकि, शौकीन राणा, महावीर सैनी, राव जान मोहम्मद, आसिफ, पार्षद सुभाष चंद्र, सुरेंद्र जाट, विशाल कंबोज, आरिफ मुखिया, राव शाकिर, राव अखलाक, राव शहजाद, संजय काम्बोज, विकास सैनी, योगेश पूनिया, रविंद्र त्यागी, देवेंद्र त्यागी, फखरुल इस्लाम, फरमान मलिक, तारिक अब्दुल्ला, राव अनवार, जय भगवान आदि रालोद कार्यकर्ता शामिल रहे।

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