सिद्धचक्र विधान के पाठ से मनुष्य के भाव निर्मल होते है
- भगवान आदिनाथ मंदिर मे आयोजित सिद्धचक्र विधान मे शामिल श्रद्धालु
नकुड 18 मार्च इंद्रेश। नगर के श्री आदिनाथ मंिदर में आयेाजित अष्टनिहिका पर्व के अवसर में सिद्धचक्र विधान का आयोजन किया गया। आठ दिनों तक चलने वाले इस विधान से मनुष्य के भाव निर्मल तथा कष्टो का नाश होकर मोक्ष की प्राप्ति होती है।
इस मौके पर जैन मिलन के महामंत्री पंकज जैन ने बताया कि सिद्ध चक्र विधान पाठ के दुसरे दिन चंद्र प्रभु भगवान की धारा, पूजा , प्रक्षाल करते हुए श्री जी की पूजा 64 अर्ध व पंचम पूजा मे 128 अर्घ समर्पित किये गये। मंिदर मे पाठ के दौरान श्रद्धालुओ के जयकारो से वातावरण भक्तिमय हो गया।
सिद्धचक्र विधान के पाठ मे मनोज जैन, धीरज जैन, आशीष जैन, संजीव जैन, संयम जैन, साक्षी जैन, आशीष जैन, निशाजैन, सरिता जैन, नीलम जैन, बीना जैन ने भाग लिया।