राशन घोटाला: छह सप्लाई इंस्पेक्टर और 350 से ज्यादा लोगों को मुल्जिम बनाने की तैयारी

उत्तर प्रदेश के मेरठ जिले में हुए करोड़ों के राशन घोटाले में पुलिस 350 से ज्यादा लोगों को मुल्जिम बनाएगी। एसपी क्राइम रामअर्ज का कहना है कि विवेचना में सामने आया कि 127 नहीं 222 लोगों के आधार कार्ड की आईडी लगाकर मेरठ में 27 हजार लोगों के राशन को फर्जी तरीके से निकाला था। पुलिस कोटेदारों और सप्लाई इंस्पेक्टरों को भी मुल्जिम बनाने की तैयारी कर रही है। जिन लोगों के आधार कार्ड प्रयोग किए हैं, वह भी दोषी पाए गए हैं।

भाजपा के पूर्व प्रदेशाध्यक्ष लक्ष्मीकांत वाजपेयी ने कई जिलों में अपात्रों को फर्जी तरह से राशन देने के नाम पर करोड़ों के घोटाले की शिकायत मुख्यमंत्री से की थी। एसपी क्राइम के अनुसार, प्रदेश में भाजपा सरकार आने के बाद जुलाई 2018 में जिले में राशन घोटाले के तहत 84 मामले दर्ज हुए थे। इसकी जांच के लिए एसआईटी का गठन हुआ। मेरठ में दर्ज मुकदमों की विवेचना उनके नेतृत्व में एसआईटी कर रही है। मंगलवार को गिरफ्तार जुल्फिकार (पूर्व में डीएसओ कार्यालय में ऑपरेटर) व सादिक ने पूछताछ में पुलिस को कई जानकारियां दीं।

एसपी क्राइम का कहना है कि बुधवार को पांच अलग- अलग मुकदमों में विवेचना के लिए पर्चे काटे गए। इसमें जिन 222 लोगों के आधार कार्ड की आईडी व पासवर्ड प्रयोग किया। उनको मुल्जिम बनाया जा रहा है। इनके अलावा छह सप्लाई इंस्पेक्टर भी हैं। एसपी का कहना है कि 350 से ज्यादा लोग घोटाले में शामिल हैं।

Jamia Tibbia