‘गोली के घाव पर पट्टी लगा दी’, बजट को लेकर राहुल गांधी का मोदी सरकार पर तंज

‘गोली के घाव पर पट्टी लगा दी’, बजट को लेकर राहुल गांधी का मोदी सरकार पर तंज
नई दिल्ली। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने आज लोकसभा में बजट पेश किया। बजट में मिडिल क्लास का ध्यान रखते हुए 12 लाख रुपये तक की सालाना आय पर इनकम टैक्स में छूट दी गई है। वहीं युवाओं और बुजर्गों के लिए भी कई एलान किए गए हैं।जहां सरकार इस बजट को अब तक का सबसे बेहतर बजट बता रही है, वहीं विपक्ष इससे नाखुश दिखाई दे रहा है। रायबरेली से सांसद और कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने भी बजट को लेकर सरकार को घेरा है।

सरकार पर साधा निशाना

बजट पेश होने के बाद राहुल गांधी ने सोशल मीडिया साइट एक्स पर अपनी प्रतिक्रिया व्यक्त की। उन्होंने लिखा- ‘ये गोली के घाव पर पट्टी लगाने जैसा है। वैश्विक अनिश्चितता के बीच आर्थिक संकट को हल करने के लिए एक आदर्श बदलाव की आवश्यकता है।’

राहुल ने सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि ये सरकार विचारों के मामले में खोखली है।

खरगे ने बेरोजगारी का मुद्दा उठाया

वहीं कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने भी सरकार को घेरा है। उन्होंने लिखा, ‘एक मुहावरा इस बजट पर बिलकुल सटीक बैठता है – नौ सौ चूहे खाकर बिल्ली हज को चली! पिछले 10 वर्षों में मोदी सरकार ने मिडिल क्लास से ₹54.18 लाख करोड़ का इनकम टैक्स वसूला है और अब वह 12 लाख तक की छूट दे रहे हैं।’खरगे ने कहा कि ‘पूरा देश महंगाई और बेरोज़गारी की समस्या से जूझ रहा है, पर मोदी सरकार झूठी तारीफें बटोरने पर उतारू है। बेरोजगारी को कम करने के लिए, नौकरियां बढ़ाने की कोई बात नहीं की गई। कुल मिलाकर ये बजट मोदी सरकार द्वारा लोगों की आंखों में धूल झोंकने का प्रयास है।’

मायावती ने भी उठाए सवाल

  • बहुजन समाज पार्टी की प्रमुख मायावती ने बजट को राजनीतिक स्वार्थ से प्रेरित बताया है। उन्होंने लिखा, ‘देश में महंगाई, गरीबी, बेरोजगारी की जबरदस्त मार के साथ ही सड़क, पानी, शिक्षा, सुख-शान्ति आदि की जरूरी बुनियादी सुविधाओं के अभाव के कारण लगभग 140 करोड़ की भारी जनसंख्या वाले भारत में लोगों का जीवन काफी त्रस्त है, जिसका केन्द्रीय बजट के माध्यम से भी निवारण होना जरूरी था।’
  • बसपा सुप्रीमो ने आगे कहा कि ‘किन्तु वर्तमान भाजपा सरकार का भी बजट, कांग्रेस की ही तरह, राजनीतिक स्वार्थ का अधिक व जन एवं देशहित का कम लगता है। अगर ऐसा नहीं है तो इस सरकार में भी लोगों का जीवन लगातार तंग, बदहाल व दुखी क्यों है? विकसित भारत का सपना बहुजनों के हित का भी होना जरूरी है।’

विडियों समाचार