प्रधानमंत्री मोदी की रैली को लेकर हाई अलर्ट पर है पंजाब, पीएम की सुरक्षा पर पैनी नजर
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी गुरुवार यानी आज पंजाब के दौरे पर रहेंगे. पीएम के दौरे के दौरान कोई बाधा उत्पन्न न हो इसके लिए केंद्रीय सुरक्षा एजेंसियां काफी सतर्क हैं. सभी एजेंसियां हाई अलर्ट पर हैं. प्रधानमंत्री कार्यकल पहले ही पंजाब पुलिस से उनके पंजाब दौरे को लेकर सुरक्षा रिपोर्ट मांगी है. एनएसजी कमांडो और गुजरात पुलिस की सात कंपनियों के साथ पंजाब पुलिस ने अपने स्तर पर सुरक्षा व्यवस्था को लेकर इंतजाम किए हैं और किन अधिकारियों को सुरक्षा की जिम्मेदारी दी गई है, इसकी पुख्ता रिपोर्ट ली है.
पीएम की सुरक्षा पर पैनी नजर
जानकारी के मुताबिक, पीएम की रैली पटियाला, जालंधर और गुरदासपुर शहर के इन इलाकों में होने वाली है. सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए करीब 10,000 राज्य पुलिस की तैनाती के साथ पूरे इलाके को किले में तब्दील कर दिया गया है. बता दें कि पीएम की सुरक्षा की जिम्मेदारी को पंजाब के पुलिस महानिदेशक गौरव यादव के ऊपर है. बता दें कि पटियाला में भारी वाहनों की आवाजाही को डायवर्ट कर दिया गया है और राजा भलिंदर सिंह स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स (पोलो ग्राउंड) में मोदी की रैली समाप्त होने तक पूरे जिले को नो-फ्लाइंग जोन घोषित कर दिया गया है.
उन्होंने कहा कि रैली स्थल की ओर जाने वाली सड़कों पर मिट्टी से भरे ट्रक खड़े किए गए थे और जिले में प्रवेश करने वाले लोगों की कई चौकियों पर जांच की जा रही है ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि कोई भी किसान कार्यक्रम स्थल तक नहीं पहुंच पाए.
प्रदेश अध्यक्ष ने सुरक्षा व्यवस्था की समीक्षा की
पीएम की रैली को लेकर प्रदेश भाजपा अध्यक्ष सुनील जाखड़ ने बुधवार को पटियाला में सुरक्षा व्यवस्था की समीक्षा की. वहीं, मौजूदा सांसद परनीत कौर ने कहा, “प्रधानमंत्री की रैली पंजाब में भाजपा को मजबूत करने का काम करेगी. अगर कोई पटियाला की प्रमुख समस्याओं का समाधान कर सकता है, तो वह केवल प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी हैं.
किसानों ने खोला मोर्चा
वहीं दूसरी ओर किसानों ने भी अपना मोर्चा खोल रखा है. किसान नेताओं ने कहा कि उनके पास एमएसपी पर कानून की मांग पर दबाव बनाने के लिए मोदी की रैली की ओर मार्च करने के अलावा कोई विकल्प नहीं बचा है. किसान मजदूर मोर्चा के संयोजक सरवन सिंह पंधेर ने कहा कि अगर पुलिस हमें कार्यक्रम स्थल के पास पहुंचने की अनुमति नहीं देती है, तो हम जहां भी हमें रोका जाएगा, धरना देकर शांतिपूर्वक विरोध करेंगे. अगर पुलिस इसकी भी अनुमति नहीं देती है, तो हम अपनी अगली कार्रवाई पर फैसला करेंगे.