विभिन्न मांगों को लेकर बीएसए कार्यालय पर गरजे निजी स्कूल संचालक, सौंपा ज्ञापन

विभिन्न मांगों को लेकर बीएसए कार्यालय पर गरजे निजी स्कूल संचालक, सौंपा ज्ञापन
  • सहारनपुर में बीएसए कार्यालय पर धरना देते निजी स्कूल संचालक।

सहारनपुर [24CN]। उत्तर प्रदेश मान्यता प्राप्त विद्यालय शिक्षक संघ से जुड़े निजी स्कूल संचालकों ने अपनी विभिन्न मांगों को लेकर जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी कार्यालय पर नारेबाजी कर धरना दिया तथा जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी की अनुपस्थिति में अपर निदेशक बेसिक शिक्षा को ज्ञापन सौंपकर समस्याओं का समाधान कराने की मांग की।

धरने को सम्बोधित करते हुए संघ के अध्यक्ष डा. अशोक मलिक ने कहा कि सरकार अपनी मनमानी कर निजी स्कूल संचालकों को नुकसान पहुंचा रही है जिसे किसी भी सूरत में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। उन्होंने कहा कि निजी स्कूल संचालक सरकार के आरटीआई व आरटीई के फरमान को नहीं मानेंगे तथा इसका पुरजोर विरोध किया जाएगा। उन्होंने कहा कि सरकार की मनमानी किसी भी सूरत में बर्दाश्त नहीं की जाएगी।

उन्होंने सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि सरकार पर निजी स्कूल संचालकों का एक हजार करोड़ रूपया बकाया है। उसका मुआवजा दिया जाए क्योंकि जिन बच्चों ने दो-दो साल से फीस जमा नहीं की, सरकारी स्कूलों में उन बच्चों को बिना टीसी के दाखिले दिए जा रहे हैं उससे हमें भारी नुकसान हो रहा है। उन्होंने कहा कि स्कूल संचालकों को मुआवजा, राहत पैकेज व आरटीई के तहत नि:शुल्क बच्चों की शुल्क प्रतिपूर्ति की मांग की गई है लेकिन एक भी समस्या का समाधान नहीं किया गया है।

उन्होंने कहा कि अविलम्ब फीस प्रतिपूर्ति का भुगतान किया जाए अन्यथा निजी स्कूल संचालक बच्चों को स्कूल से बाहर निकालने के लिए बाध्य होंगे। वीरेंद्र पंवार, अमजद अली, समरीन फातमा ने कहा कि त्रिभाषा संस्कृत अध्यापक आज भुखमरी के कगार पर हैं। इसलिए त्रिभाषा अनुदान तत्काल बहाल किया जाएगा। निजी स्कूलों को आरटीआई से मुक्त रखा जाए, सरकारी स्कूलों में बच्चों के स्थानांतरण प्रमाण पत्र अनिवार्य किए जाएं।

धरने को अशोक सैनी, के. पी. सिंह, अरविंद शर्मा ने भी सम्बोधित किया। इस दौरान गयूर आलम, मुकेश सहजवा, मनीष कुमार, भोपाल प्रधान, परवेज अली, विक्रांत शर्मा, नरेश वर्मा, दिनेश रूपड़ी, मुस्तजार, संजय रोहिला, शशिकांत, सरफराज, मुजाहिद हसन, संजय शर्मा, ऋषिपाल सैनी, शिवलाल, अमरीश शर्मा, मंजीत सैनी, हंस कुमार, रजनी अरोड़ा, पूजा रानी, ऋतु आदि सहित भारी संख्या में निजी स्कूल संचालक मौजूद रहे।