प्रशांत किशोर का ‘जन सुराज’ आज बनेगा राजनीतिक दल, पटना में होगी लॉन्चिंग
पटना: राजनीति के चाणक्य माने जाने वाले प्रशांत किशोर आज अपनी नई राजनीतिक पार्टी ‘जन सुराज’ का औपचारिक रूप से लॉन्च करने जा रहे हैं। इस कार्यक्रम का आयोजन पटना के वेटनरी कॉलेज ग्राउंड में किया जाएगा, जहां प्रशांत किशोर अपने पार्टी कार्यकर्ताओं को संबोधित करेंगे। उन्होंने इस दिन को बिहार की राजनीति के इतिहास में एक महत्वपूर्ण मोड़ बताया है और दावा किया कि 2 अक्तूबर का दिन राजनीति में एक नई शुरुआत का प्रतीक होगा।
पार्टी के संविधान और नेतृत्व की होगी घोषणा
आज के लॉन्चिंग इवेंट के दौरान पार्टी के अध्यक्ष, नेतृत्व परिषद और पार्टी के संविधान की औपचारिक घोषणा की जाएगी। हालांकि, प्रशांत किशोर पहले ही साफ कर चुके हैं कि वह खुद पार्टी के नेता नहीं बनेंगे और न ही किसी नेतृत्व परिषद में शामिल होंगे।
तीन प्रमुख मुद्दों पर लड़ा जाएगा बिहार चुनाव
प्रशांत किशोर ने स्पष्ट रूप से कहा है कि उनका दल 2025 के बिहार विधानसभा चुनाव में ‘तीन एस’ यानी ‘शराब’, ‘सर्वे’ (भूमि विवाद) और ‘स्मार्ट मीटर’ के मुद्दों पर लड़ेगा। उनका दावा है कि ये तीन मुद्दे वर्तमान सरकार के ताबूत में अंतिम कील साबित होंगे। उन्होंने यह भी कहा कि बिहार की जनता इन मुद्दों को लेकर परेशान है और उनकी पार्टी इन समस्याओं का समाधान करेगी।
नीतीश कुमार सरकार पर गंभीर आरोप
प्रशांत किशोर ने नीतीश कुमार की सरकार पर गंभीर आरोप लगाए हैं। उन्होंने दावा किया कि बिहार की सरकार आज चार सेवानिवृत्त नौकरशाहों के इशारे पर चल रही है। किशोर ने कहा, “मुख्यमंत्री नीतीश कुमार अब बदल गए हैं और उनका ध्यान केवल मुख्यमंत्री की कुर्सी पर टिके रहने पर है। न तो वह और न ही उनके साथ काम कर रहे नौकरशाह आम जनता की समस्याओं से वाकिफ हैं।”
शराबबंदी का विरोध और सरकार बनने पर बदलाव का वादा
प्रशांत किशोर ने यह भी वादा किया है कि अगर उनकी पार्टी 2025 के चुनावों में जीतती है, तो वे सरकार बनने के बाद एक घंटे के भीतर शराबबंदी कानून को समाप्त कर देंगे। उन्होंने इसे “कागजी कानून” बताया और कहा कि राज्य में शराब की होम डिलीवरी खुलेआम हो रही है। उन्होंने कहा कि हर साल इस फर्जी शराबबंदी से राज्य को 20,000 करोड़ रुपये का नुकसान हो रहा है और अधिकारी व शराब माफिया इसका फायदा उठा रहे हैं।
प्रशांत किशोर के ये विचार और उनकी नई पार्टी का लॉन्च बिहार की राजनीतिक स्थिति को किस दिशा में ले जाएगा, यह आने वाले समय में देखने वाली बात होगी।