महाकुंभ में नाविक की 30 करोड़ रुपये की कमाई पर सियासी घमासान, अखिलेश का वार; निषाद का पलटवार

मुख्यमंत्री ने बजट सत्र के दौरान विधानसभा में कहा था कि एक नाविक परिवार को प्रयागराज महाकुंभ में 130 नावों के सहारे 30 करोड़ रुपये की आय हुई है। इसे लेकर अखिलेश ने एक्स पर एक स्क्रीनशाट शेयर किया, जिसमें आरोप लगाया गया है कि संबंधित नाविक पिंटू महरा का आपराधिक इतिहास है। उन्होंने लिखा कि इसकी सच्चाई की पड़ताल हो। अगर एक परिवार ने अकेले 30 करोड़ रुपये कमाए हैं तो जीएसटी कितना मिला, ये भी बताएं।
अखिलेश ने फूलों के कचरे में सिक्के की फोटो भी शेयर की
संजय निषाद ने मोर्चा खोला
अखिलेश के लगातार हमलों के जवाब में संजय निषाद ने मोर्चा खोला। उन्होंने कहा कि नाविकों को लोगों ने श्रद्धा से सौभाग्य पाने के लिए पैसे दिए हैं। उनकी कमाई को लूट की संज्ञा देना निषाद समाज का अपमान है। उन्हें नाविकों की कमाई दिखाई दे रही है, लेकिन काली कमाई वाले नहीं दिख रहे हैं। इनके शासनकाल में न जाने कितनों ने काली कमाई की।
रिपोर्ट का किया जिक्र
सामाजिक न्याय समिति की रिपोर्ट में इस बात का जिक्र है कि पिछड़ों के 27 प्रतिशत आरक्षण का सबसे अधिक लाभ मिल्कमैन (यादव बिरादरी) ने लिया। दूसरी तरफ कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष अजय राय ने भी 30 करोड़ की कमाई पर प्रश्न उठाते हुए पूछा कि आप भले ही आपराधिक रिकार्ड भूल जाएं, पर यह बताएं कि क्या कमाई पर जीएसटी चुकाई गई? यह विवरण क्या यह नहीं दर्शाता है कि श्रद्धालुओं को ठगा गया।