चंडीगढ़। पिछले एक माह में अलग-अलग राज्यों की पुलिस लगातार आमने-सामने हो रही है। एक माह में पंजाब पुलिस के खिलाफ दिल्ली में दो एफआइआर दर्ज हो गई हैं। तजिंदर पाल सिंह बग्गा की गिरफ्तारी के बाद बवाल इतना बढ़ा की तीन राज्यों की पुलिस आपस में उलझ गई।
पंजाब पुलिस ने हरियाणा पुलिस पर आरोप लगाया कि हरियाणा पुलिस ने पंजाब पुलिस के डीएसपी के साथ बदसलूकी की। वहीं, हरियाणा पुलिस का कहना था कि दिल्ली पुलिस ने उन्हें जानकारी दी थी कि बग्गा का अपहरण हुआ है। किसी भी सूरत में बग्गा हरियाणा से बाहर नहीं जाना चाहिए।
बग्गा के पिता की शिकायत पर पंजाब पुलिस के खिलाफ दिल्ली में अपहरण का मामला दर्ज किया गया है। हालांकि पंजाब पुलिस का कहना है कि बग्गा की गिरफ्तारी पूरी तरह से नियमों के तहत की गई है। इससे पहले बीती 26 अप्रैल को अरविंदर केजरीवाल और मुख्यमंत्री भगवंत मान की दिल्ली में प्रेस कांफ्रेंस के दौरान पंजाब पुलिस ने एक पत्रकार के साथ बदसलूकी, धक्का मुक्की और मारपीट की थी। जिसके बाद दिल्ली पुलिस और पंजाब पुलिस आमने-सामने आ गई थी।
दिल्ली के कनाट प्लेस थाने में पंजाब पुलिस के कर्मचारियों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया था। शिकायत एक वरिष्ठ पत्रकार की ओर से की गई थी जिस में कहा गया था कि वह एक निजी होटल में प्रेस कांफ्रेंस अटेंड करने पहुंचे थे इस दौरान उनसे न सिर्फ बदसलूकी की गई, बल्कि धक्का मुक्की भी की गई।
वहीं, तजिंदर पाल सिंह बग्गा को गिरफ्तार करने पहुंची पंजाब पुलिस की टीम को लेकर जो घटनाक्रम शुरू हुआ उसको लेकर इंटरनेट मीडिया पर कई तरह की बयानबाजी होने लगी। सोशल मीडिया पर लोगों का कहना था कि सभी राज्यों की पुलिस कठपुतली की तरह का काम कर रही है, जबकि पुलिस को निष्पक्ष तरीके से काम करना चाहिए। बता दें, यह मामला अब पंजाब एवं हरियाणा हाई कोर्ट में पहुंच गया है।
समूचे विपक्ष ने लिए आप सरकार को घेरा
पंजाब पुलिस द्वारा दिल्ली में बग्गा की गिरफ्तारी ने पंजाब में पूरे विपक्ष को एक मंच पर ला दिया। भाजपा ही नहीं बल्कि कांग्रेस और शिरोमणि अकाली दल ने भी इस घटना की निंदा की। भाजपा के प्रदेश प्रधान अश्वनी शर्मा ने कहा कि बग्गा को गिरफ्तार करने के लिए पंजाब पुलिस ने 12 गाड़ियां भेजी। पंजाब सरकार अगर इतनी ही सक्रिय है तो कल जो आतंकवादी पकड़े गए उसे हरियाणा पुलिस ने पकड़ा। पंजाब पुलिस को पीछा ही करती रह गई।
भाजपा के प्रदेश महासचिव डा. सुभाष शर्मा ने कहा, एक तरफ मुख्यमंत्री भगवंत मान अपने दफ्तर में बाबा साहिब अंबेडकर और भगत सिंह की फोटो लगाते हैं। दूसरी तरफ वह अंग्रेजों की दमनकारी नीति को अपनाते हैं।
व्यक्तिगत हिसाब किताब चुकाना सबसे पड़ा पाप: सिद्धू
कांग्रेस के पूर्व प्रदेश प्रधान नवजोत सिंह सिद्धू ने कहा, बग्गा अलग पार्टी से हो सकते हैं, हमारे वैचारिक मतभेद हो सकते हैं, लेकिन अरविंद केजीरवाल और भगवंत मान के राजनीतिक प्रतिशोध को पंजाब पुलिस के जरिये पूरा करना सबसे बड़ा पाप है। उन्होंने आप सरकार को कहा कि पंजाब पुलिस का राजनीतिकरण करके उसकी छवि खराब करना बंद करना चाहिए।
पंजाब पुलिस की छवि खराब करने वालों की जवाबदेही तय हो: वडिंग
कांग्रेस के प्रदेश प्रधान अमरिंदर सिंह राजा वडिंग ने कहा कि अरविंद केजरीवाल अपने तानाशाही तरीके को पूरा करने के लिए अनुभवहीन भगवंत मान का सहारा लेते हैं। वडिंग ने व्यंग्य किया कि कुरुक्षेत्र में हमारे सजायाफ्ता पुलिस को ‘अपहरण’ के लिए ‘आरोपी’ के रूप में रखा गया। हमारी पुलिस को ऐसी शर्मनाक स्थिति में डालने की जिम्मेदारी तय होनी चाहिए।
वड़िंग ने कहा कि आप राजनीतिक विरोधियों के साथ खुन्नस निकालने के लिए पुलिस के दुरुपयोग को लेकर भारतीय जनता पार्टी से भी आगे निकल गई है। उन्होंने कहा कि पंजाब पुलिस को अपनी बहादुरी, हिम्मत और बलिदान के लिए जाना जाता है, जिसे मात्र एक व्यक्ति, जो उसकी निंदा करने वाले को जेल भेजना चाहता है, के अहम को शांत करने के लिए एक अजीब स्थिति में धकेल दिया गया है।
पंजाब पुलिस को केजरीवाल के हाथों सौंपना निंदनीय: सुखबीर
शिरोमणि अकाली दल के अध्यक्ष सुखबीर सिंह बादल ने कहा कि यह बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है ऐसे समय में जब पंजाब में कानून-व्यवस्था की स्थिति सबसे खराब है और सांप्रदायिक सद्भाव बिगड़ रहा है, मुख्यमंत्री भगवंत मान ने आम आदमी पार्टी के संयोजक अरविंद केजरीवाल को अपने छोटे मोटे व्यक्तिगत मामले सुलझाने में मदद करने के लिए पुलिस बल की व्यवस्था की है।
मान को केजरीवाल के हाथों की कठपुतली न बनने की सलाह देते हुए सुखबीर ने कहा कि मुख्यमंत्री को कानून-व्यवस्था की स्थिति की समीक्षा मीटिंगें करनी चाहिए और यह सुनिश्चित करना चाहिए कि हाल में हुए पटियाला झड़प में सांप्रदायिक तनाव भड़काने के जिम्मेदार लोगों को पकड़ने के बजाय पंजाब पुलिस की टीमों को दिल्ली में तैनात कर आप पार्टी के विरोधियों को गिरफ्तार करने का काम करने पर लगा दिया गया है।.