पुलिस ने किया मकान में चोरी की घटना का खुलासा, पांच आरोपी दबोचे
- सहारनपुर में मिर्जापुर पुलिस द्वारा पकड़े गए शातिर चोर।
सहारनपुर। थाना मिर्जापुर पुलिस ने पांच शातिर लोगों को दबोचकर गांव अबाबाकरपुर नौगांवा में हुई चोरी की घटना का खुलासा करने में सफलता हासिल कर ली। जबकि उनका एक आरोपी फरार होने में सफल रहा। पुलिस ने पकड़े गए चोरों के कब्जे से 90 हजार रूपए की नगदी, जेवरात, मोबाइल बरामद कर लिए।
पुलिस अधीक्षक ग्रामीण सागर जैन ने पत्रकारों को जानकारी देते हुए बताया कि विगत 13 सितम्बर को वादी बलबीर पुत्र जगराम निवासी गांव अबाबाकरपुर नौगांवा थाना मिर्जापुर द्वारा अज्ञात चोरों के खिलाफ वादी के घर से सोने-चांदी के जेवरात व नगदी चोरी करने के सम्बंध में मुकदमा दर्ज कराया था। उन्होंने बताया कि आज थाना मिर्जापुर पुलिस ने थाना प्रभारी राजेंद्र प्रसाद वशिष्ठ, वरिष्ठ उपनिरीक्षक सुनील कुमार शर्मा, उपनिरीक्षक सतेंद्र कुमार व भूपेश कुमार शर्मा के नेतृत्व में पुलिस ने कासमपुर पुलिया के पास से पांच शातिर चोरों राहुल उर्फ विक्रांत पुत्र मुकेश, अजीम व सलीम पुत्रगण सलीम, रिजवान व मोहसिन पुत्रगण गुफरान निवासीगण रामपुर जमाईपुरा थाना गंगनहर रूड़की को गिरफ्तार कर लिया।
पुलिस ने दबोचे गए आरोपियों के कब्जे से चोरी किए गए माल के 90 हजार रूपए, चांदी के 8 सिक्के, आधार कार्ड व मोबाइल बरामद कर लिया। एसपी देहात श्री जैन ने बताया कि पूछताछ में आरोपी राहुल उर्फ विक्रांत ने बताया कि वह मदरहुड यूनिवर्सिटी करोड़ी भगवानपुर जिला हरिद्वार से बीएससी की पढ़ाई कर रहा था। इसी दौरान उसकी जान पहचान गांव अबाबाकरपुर में हुई। उसे जानकारी मिली थी कि बलबीर के लड़के मिलन की शादी बिहारीगढ़ से तय हुई थी लेकिन बाद में रिश्ता टूट गया था जिसमें बलबीर ने सोने-चांदी के जेवर भारी मात्रा में चढ़ाए थे जो बलबीर के घर में ही रखा है। बलबीर के घर की रेकी कर उसने अपने साथियों को भी बलबीर का मकान दिखाया था। घटना के दिन राहुल उर्फ विक्रांत, उसके साथी रिजवान, अजीम और नदीम मकान के बाहर दूसरे मौहल्ले से आने वाले की निगरानी कर रहे थे। जबकि मकान के अंदर दानिश व मोहसिन ही चोरी करने गए थे तथा बाद में सभी का बराबर हिस्सा तय हुआ था। 13 सितम्बर की रात्रि में बलबीर के मकान से चोरी किए गए माल को कासिमपुर पुलिया के नीचे छिपा दिया था। उन्होंने बताया कि आज चोरी किए गए रूपए व माल का हिस्सा बांटने आए थे तभी पुलिस ने हमें दबोच लिया।