पुलिस ने दिया धरना स्थल खाली करने का आदेश, टिकैत ने मांगा एक घंटे का समय
नई दिल्ली/गाजियाबाद। तीनों केंद्रीय कृषि कानूनों को रद कराने की मांग को लेकर यूपी गेट पर जमा किसानों को हटाने की कोशिशें तेज हो गई हैं। गाजियाबाद जिला प्रशासन ने किसानों को यूपी गेट से धरना स्थल खाली करने का अल्टीमेटम दिया है। मिली जानकारी के अनुसार, यूपी गेट से धरना स्थल आज या रात में ही खाली कराया जा सकता है। डीएम अजय शंकर पांडेय सहित वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारी एवं पुलिस के वरिष्ठ अधिकारी मौके पर उपस्थित हैं। बताया जा रहा है धरना स्थल खाली करने के लिए राकेश टिकैत ने पुलिस से एक घंटे का समय मांगा है। चर्चा यह भी है कि वह सरेंडर भी कर सकता है।
बताया जा रहा है कि मेरठ रेंज से भारी फोर्स यहां आ चुकी है। लखनऊ से सीधे संकेत दिए गए हैं कि किसानों को यहां से हटाया जाए। वहीं यूपी के एडीजी (कानून-व्यवस्था), प्रशांत कुमार ने कहा कि 26 जनवरी को दिल्ली में हुई दुर्भाग्यपूर्ण घटना के बाद कुछ किसान संगठनों ने स्वेच्छा से चिल्ला बॉर्डर,दलित प्रेरणा स्थल से आंदोलन वापस ले लिया। बागपत में लोगों को समझाने के बाद उन्होंने रात में धरना खत्म कर दिया। यूपी गेट पर अभी कुछ लोग हैं, उनकी संख्या काफी कम हुई है।
एडीजी जोन, आईजी रेंज सहित कई अधिकारियो की मीटिंग हुई है। इसी कड़ी में यूपी गेट पर भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत से पूछताछ करने के लिए गाजीपुर थाने की पुलिस भी पहुंची है। इस बीच दिल्ली पुलिस भी सक्रिय हो गई है। भारतीय किसान यूनियन (टिकैत) के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत के टेंट पर नोटिस लगाया गया है।
यूपी गेट पर पुलिस सरगर्मी तेज, किसान नेता के कैंप कार्यालय पर नोटिस चस्पा
वहीं, कृषि कानूनों के विरोध में यूपी गेट किसान आंदोलन स्थल पर पुलिस सरगर्मी देर रात से तेज हो गई हैं। किसान नेता जगतार सिंह बाजवा के कैंप कार्यालय पर दिल्ली पुलिस द्वारा नोटिस चस्पा किया गया है, जिसमें गणतंत्र दिवस परेड मैं रेड को लेकर ट्रैक्टर परेड में हुए उपद्रव के लिए उनसे तीन दिन में जवाब मांगा गया है। उनसे पूछा गया है। क्यों न उनके खिलाफ इस मामले में कानूनी कार्यवाही की जाए। पुलिस प्रशासन की तरफ से लगातार किसान नेताओं पर कसे जा रहे शिकंजे को लेकर भाकियू नेता राकेश टिकैत व अन्य किसान नेताओं की यूपी गेट पर बैठक चल रही है। काफी देर से किसान नेता आंदोलन पुलिस प्रशासनिक कार्यवाही को लेकर रणनीति बनाने में जुटे हैं। आंदोलन स्थल पर किसानों में मायूसी है, लेकिन मंच से वक्ता उनमें जोश फूंकने की कोशिश में जुटे हैं। आंदोलन से लौट गए किसानों के बारे में कहा जा रहा है कि वह गणतंत्र दिवस पर ट्रैक्टर परेड के लिए यहां आए थे और वह फिर से वापस लौट आएंगे।
पानी की सप्लाई रोकी, रात काटी थी बिजली
किसान कृषि कानूनों के विरोध में यूपी गेट पर धरनारत हैं गणतंत्र दिवस पर दिल्ली में हुए उपद्रव के बाद पुलिस प्रशासन की सख्ती बढ़ गई है बुधवार रात आंदोलन स्थल की बिजली काट दी गई, देर रात हालांकि सप्लाई बहाल की गई। गुरुवार को यहां पानी की सप्लाई नहीं हो सकी। नगर निगम के टैंकर व अधिकांश शौचालय भी यहां से हटा लिए गए हैं। पानी न मिलने पर मौजूद किसान परेशान दिखाई दे रहे हैं।