पुलिस ने किया लिंग परीक्षण गिरोह का भंडाफोड़, दो आरोपी भेजे जेल

पुलिस ने किया लिंग परीक्षण गिरोह का भंडाफोड़, दो आरोपी भेजे जेल
  • सहारनपुर में पुलिस द्वारा दबोचे गए लिंग परीक्षण के आरोपी व जानकारी देते एसपी सिटी।

सहारनपुर। थाना सदर बाजार पुलिस व पीसीपीएनडीटी की संयुक्त टीम ने फर्जी तरीके से बिना लाईसेंस अल्ट्रासाउंड व लिंग परीक्षण करने वाले दो शातिर अपराधियों को गिरफ्तार करने में सफलता हासिल कर ली। पुलिस ने दबोचे गए आरोपियों के कब्जे से अल्ट्रासाउंड मशीन, मोबाइल, आईपैड, अल्ट्रासाउंड जैल व नगदी बरामद कर ली।

पुलिस अधीक्षक नगर अभिमन्यु मांगलिक ने पुलिस लाईन सभागार में पत्रकारों को जानकारी देते हुए बताया कि कोतवाली सदर बाजार प्रभारी निरीक्षक प्रवेश कुमार के नेतृत्व में गठित टीम में शामिल डिप्टी सीएमओ डा. कुणाल जैन, पीसीपीएनडीटी के नोडल अधिकारी डा. ओमप्रकाश, उपनिरीक्षक धीरज सिंह, रेडियोलॉजिस्ट डा. गजेंद्र, डाटा आपरेटर श्रीमती आशा व पटल सहायक नदीम अखलाक के नेतृत्व में पुलिस ने मुखबिर की सूचना पर पंजाबी बाग स्थित मकान में अवैध रूप से लिंग परीक्षण करते हुए दो शातिर आरोपियों सचिन पुत्र उधमसिंह निवासी जुखेड़ी थाना गंगोह, रॉकी पुत्र बाबूराम निवासी जेहरा थाना गंगोह को गिरफ्तार कर लिया।

पुलिस ने आरोपियों के कब्जे से एक वायरलैस, अल्ट्रासाउंड मशीन, एक आईपैड, अल्ट्रासाउंड जैल, दो मोबाइल व 49 हजार 500 रूपए की नगदी बरामद कर ली। पुलिस ने दबोचे गए आरोपियों के खिलाफ थाना सदर बाजार में धारा-420/120 आईपीसी व 22/23 गर्भधारण पूर्व एवं प्रसव पूर्व निदान तकनीकी (लिंग चयन प्रतिषेध अधिनियम 1994) के तहत मुकदमा दर्ज कर जेल भेज दिया। एसपी सिटी श्री मांगलिक ने बताया कि पूछताछ के दौरान आरोपियों ने बताया कि हम दोनों व हमारा साथी जो अलग-अलग अल्ट्रासाउंड सैंटरों पर गर्भवती महिलाएं जो अपना अल्ट्रासाउंड कराने आती हैं, से जानकारी हासिल कर हमें देता है। वह भी पूरे आपराधिक षडयंत्र में हमारे साथ रहता है। हम तीनों मिलकर इस वायरलैस अल्ट्रासाउंड मशीन व आईपैड का प्रयोग कर गर्भवती महिलाओं का भ्रूण परीक्षण कर पेट में पुत्र है या पुत्री, की जांच कर बताते हैं तथा एक जांच के आठ से दस हजार रूपए लेते हैं।

चिकित्सकों द्वारा मौके पर ही बरामद वायरलैस अल्ट्रासाउंड मशीन व आईपैड का निरीक्षण कर चालू हालत में बताया गया। एसपी सिटी ने बताया कि पकड़े गए आरोपी पूछताछ के दौरान कोई भी डिप्लोमा या डिग्री नहीं दिखा पाए। आरोपियों ने बताया कि हम लालच में धोखाधड़ी से षडयंत्र रचकर कई सालों से इस गैर कानूनी काम को करते हैं। उन्होंने बताया कि आरोपी सचिन इससे पूर्व भी लिंग परीक्षण के अपराध में थाना लाड़वा जनपद कुरूक्षेत्र हरियाणा से जेल जा चुका है।


विडियों समाचार