पुलिस ने किया धोखाधड़ी से मोबाइल लेने वाले गिरोह का भंडाफोड़, पांच को भेजा जेल
- सहारनपुर में सदर बाजार पुलिस द्वारा पकड़े गए आरोपी व मामले की जानकारी देते एसपी सिटी।
सहारनपुर। थाना सदर बाजार व सर्विलांस की टीम ने फर्जी आईडी के आधार पर धोखाधड़ी कर फाइनेंस पर महंगे मोबाइल फोन हड़पकर बेचने वाले गिरोह के पांच शातिर बदमाशों को गिरफ्तार कर लिया। पुलिस ने दबोचे गए आरोपियों के कब्जे से 30 लाख रूपए कीमत के 21 एन्ड्राएड मोबाइल, एक लैपटॉप, फर्जी आधार कार्ड व पैन कार्ड की छायाप्रति बरामद कर ली।
एसपी सिटी अभिमन्यु मांगलिक ने पुलिस लाईन सभागार में पत्रकारों से वार्ता करते हुए बताया कि विगत 11 अक्टूबर को वादी आशु जेटली पुत्र अनूप जेटली, डिस्ट्रीब्यूटर सैमसंग मोबाइल जगदम्बा ट्रेडर्स अम्बाला रोड की तहरीर पर थाना सदर बाजार में गुरमीत सिंह आदि 17 व्यक्तियों के विरूद्ध फर्जी आधार कार्ड व पेनकार्ड जमा कर अलग-अलग दुकानों से 22 कीमती मोबाइल ऋण पर खरीदकर कूटरचित दस्तावेजों के आधार पर धोखाधड़ी करने के सम्बंध में पंजीकृत कराया गया था।
उन्होंने बताया कि आज कोतवाली सदर बाजार पुलिस ने उपनिरीक्षक धीरज सिंह व विजय सिंह के नेतृत्व में पुलिस व सर्विलांस की टीम ने मुखबिर की सूचना पर रेलवे रोड स्थित निर्माणाधीन बिल्डिंग से पांच शातिर आरोपियों अंकित पुत्र कृष्णपाल निवासी यमुनोत्री एनक्लेव फेस-2 सेवला कला चंद्रबनी रोड थाना पटेलनगर देहरादून, जोनी पुत्र बलवंत निवासी यमुनोत्री एनक्लेव फेस-2 सेवला कला चंद्रबनी रोड थाना पटेलनगर देहरादून मूल निवासी गांव ककराला थाना नकुड़, अविश पुत्र मनीष अरोड़ा निवासी गंगा एनक्लेव थाना कुतुबशेर, अंकित पुत्र केशव सिंह निवासी जेएमएस रोड शिमला बाईपास थाना नकुड़ को गिरफ्तार कर लिया।
पुलिस ने दबोचे गए आरोपियों के कब्जे से लगभग 30 लाख रूपए की कीमत के सैमसंग कम्पनी के 21 कीमत मोबाइल, फर्जी आधार कार्ड व पेनकार्ड तैयार करने वाला लैपटॉप, छह फर्जी आधार कार्ड व छह पैन कार्ड की छायाप्रति बरामद कर ली।
एसपी सिटी ने बताया कि दबोचे गए आरोपी शातिर किस्म के अपराधी हैं जो योजनाबद्ध तरीके से अच्छी सिविल वाले लोगों के आधार कार्ड व पैनकार्ड संकलित कर उनके फोटो बदलकर कूटरचित आधार कार्ड व पेन कार्ड तैयार करते थे तथा अलग-अलग दुकानों से एक लेकर डेढ़ लाख रूपए की कीमत के सैमसंग मोबाइल लोन पर प्राप्त कर धोखाधड़ी से बेचने के लिए प्रयासरत थे। पुलिस ने आरोपियों का चालान काटकर जेल भेज दिया।