निर्झरणी काव्य-गोष्ठी में बही कविता की रसधार – हिन्दी दिवस पर शोभित विश्वविद्यालय गंगोह में काव्य गोष्ठी का आयोजन

निर्झरणी काव्य-गोष्ठी में बही कविता की रसधार – हिन्दी दिवस पर शोभित विश्वविद्यालय गंगोह में काव्य गोष्ठी का आयोजन

गंगोह [24CN] : शोभित विश्वविद्यालय गंगोह में दिनाँक 14-09-2023 दिन बृहस्पतिवार को हिन्दी दिवस के उपलक्ष्य में प्रश्नोत्तरी व काव्य-गोष्ठी का आयोजन किया गया। हिंदी दिवस का शुभारम्भ स्कूल ऑफ लिबरल आर्ट एंड लैंग्वेजेस विभाग द्वारा प्रश्नोत्तरी प्रतियोगिता के साथ किया गया, तत्पश्चात विश्वविद्यालय के सेमिनार हॉल में विरासत, यूनिवर्सिटी हेरिटेज रिसर्च सेंटर द्वारा हिन्दी दिवस के उपलक्ष्य में निर्झरणी विरासत काव्य-गोष्ठी का आयोजन किया गया। काव्य-गोष्ठी में सहारनपुर जनपद के जाने-माने कवियों और विश्वविद्यालय के विद्यार्थियों ने काव्य पाठ किया। इस अवसर पर हिन्दी भाषा के सशक्तिकरण, समाज की विडम्बनाओं, देश-प्रेम, लोक, व्यंग्य आदि पर आधारित पढ़ी गई रचनाओं ने श्रोताओं का मन मोह लिया।

विरासत, यूनिवर्सिटी हेरिटेज रिसर्च सेंटर की ओर से आयोजित काव्य-गोष्ठी का शुभारम्भ अतिथिगण द्वारा मॉ सरस्वती व बाबू विजेंद्र जी की प्रतिमा के समक्ष दीप प्रज्वलन कर किया गया। छात्रा लक्ष्मी सैनी और तन्वी ने सरस्वती वन्दना प्रस्तुत की। काव्य गोष्ठी में सुमधुर गीतकार डॉ. विजेन्द्रपाल शर्मा जी ने

हिंदी के आंगन चलो, जहां राग-रस – छंद ।

अपनी भाषा-सा कहां, और भला आनंद ।। सुनाकर श्रोताओं को आनंदित किया।

डॉ. हरिराम पथिक जी ने कहा,

हिन्दी ने झेले पथिक, निंदा के तूफान ।

फिर भी रूक पाया नहीं, हिंदी का अभियान ।।

डॉ. आर.पी. सारस्वत की जोश भरी कविताओं ने श्रोताओं को भाव-विभार कर दिया। कवि नरेन्द्र मस्ताना ने गुडगुड हुक्का बोल्लै दिनभर म्हारे जेठ का सुनाकर गोष्ठी में – लोकभाषा कौरवी का रंग भर दिया। युवा व्यंग्यकार प्रत्युष जैन के चुटीले व्यंग्यों को सुनकर सभी श्रोतागण लोटपोट हो गए। कार्यक्रम संयोजक राजीव उपाध्याय यायावर ने सामाजिक परिवेश आधारित कविता का पाठ किया। प्रो.(डॉ.) गुंजन अग्रवाल की कविता भी खूब सराही गई। कक्षा दो की छात्रा संस्कृति उपाध्याय ने भी काव्य पाठ किया। विश्वविद्यालय के विद्यार्थियों की ओर से आदर्श शुक्ला, इनायत रहमानी, मुशाईतिर, लविश, मोहम्मद अकरम, आर्यन चौधरी द्वारा काव्य पाठ किया गया।

इस अवसर पर शोभित विश्वविद्यालय गंगोह के कुलपति प्रो.(डॉ.) रणजीत सिंह ने कार्यक्रम के आयोजकों को अनेक शुभकामनाये दी और कहा कि कविता मन को सुकून देती है। काव्य गोष्ठी जैसे आयोजन न केवल कविता को बढ़ावा देने वाले है बल्कि कविता लिखने के प्रति रूचि रखने वाले विद्यार्थियों के लिए भी प्रेरणादायक हैं। संस्था के केयर टेकर सूफी जहीर अख्तर ने युवाओं से कविता के क्षेत्र में आगे बढ़ने को प्रेरित किया। काव्य-गोष्ठी का संचालन प्रो.(डॉ.) प्रशांत सांगवान एवं राजीव उपाध्याय यायावर ने संयुक्त रूप से किया। कार्यक्रम में डॉ. प्रीतम सिंह पँवार, डॉ. शिवानी, डॉ. अभिमन्यु उपाध्याय, डॉ. विनोद यादव, करूणा अग्रवाल, अंजलि सिंह राणा, शोएब हुसैन, रामजानकी, स्वाति राजौरा, नितिन कुमार आदि उपस्थित रहे।


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