लोकसभा में पीएम मोदी का संबोधन, बोले-हमने गरीब को झूठे नारे नहीं बल्कि उन्हें सच्चा विकास दिया

लोकसभा में पीएम मोदी का संबोधन, बोले-हमने गरीब को झूठे नारे नहीं बल्कि उन्हें सच्चा विकास दिया

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी मंगलवार को लोकसभा में राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव पर जारी चर्चा का जवाब दे रहे हैं। बता दें कि इससे पहले सोमवार को लोकसभा में विपक्ष के नेता और कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने चर्चा में हिस्सा लेते हुए मोदी सरकार पर जमकर निशाना साधा था। आज पीएम मोदी राहुल गांधी के आरोपों पर भी जवाब दे सकते हैं।

पीएम मोदी ने कहा कि जनता ने 14वीं बार इस जगह पर बैठकर राष्ट्रपति के प्रति आभार व्यक्त करने का अवसर दिया है। इसलिए मैं जनता जनार्दन का आभार व्यक्त करना चाहता हूं। हम 2025 में है जो कि एक प्रकार से 21वीं सदी का 25 फीसदी हिस्सा बीत चुका है। ये समय तय करेगा कि 20वीं सदी की आजादी के बाद और 21वीं सदी के पहले 25 साल में क्या हुआ कैसा हुआ। पीएम मोदी ने कहा कि राष्ट्रपति का भाषण विकसित भारत के संकल्प को मजबूती देने वाला, नया विश्वास पैदा करने वाला और जन सामान्य को प्रेरित करने वाला है।

पीएम मोदी ने कहा कि हमें 10 साल सेवा करने का मौका मिला और 25 करोड़ भारतीय गरीबी रेखा से बाहर आ गए हैं। 5 दशक तक लोगों ने गरीबी हटाओं का नारा सुना। और ये लोग गरीबी रेखा से बाहर आए हैं। ये ऐसे ही नहीं हुआ। जब गरीबों के लिए जीवन खपाते हैं तब ऐसा होता है। जब जमीन से जुड़े लोग जमीन की सच्चाई जानते हुए जमीन पर जीवन खपाते हैं तब जमीन पर बदलाव निश्चित होता है। पीएम मोदी ने कहा कि हमने गरीब को झूठे नारे नहीं बल्कि उन्हें सच्चा विकास दिया। गराबी का दुख, मिडिल क्लास के सपने ऐसा ही नहीं समझे जाते बल्कि इसके लिए जज्बा चाहिए। लेकिन दुख के साथ कहना पड़ता है कि कुछ लोगों में ये है ही नहीं।

पीएम मोदी ने कहा कि बारिश के दिनों में कच्ची छत, फूल की प्लास्टिक की चादर वाली छत के नीचे रहना कितना मुश्किल होता है ये हर कोई नहीं समझ सकता। अब तक गरीबों को 4 करोड़ घर मिले है। जिसने उस जिंदगी को जिया है उसे पता होता है कि पक्के छत वाली घर का मतलब क्या होता है। एक महिला जब खुले में शौच जाने के लि मजबूर होती है तो वह सूर्योदय से पहले या सूर्यास्त के बाद कठिनाइयों के साथ नित्य कर्म करने जाने में क्या तकलीफ होती थी ये लोग नहीं समझ सकते। हमने 12 करोड़ से ज्यादा शौचालय बनाकर बहन बेटियों की मुश्किलें दूर की।

पीएम मोदी ने कहा कि कुछ नेताओ का फोकस घरों में जकूजी, स्टाइलिश शावर पर है लेकिन हमारा फोकस हर घर जल पहुंचाने पर है। आजादी के 75 साल के बाद देश में 75 फीसदी करीब-करीब 16 करोड़ से भी ज्यादा घरों के पास नल का कनेक्शन नहीं था। हमारी सरकार ने 12 करोड़ परिवारों को नल से जल देने का काम किया है और काम तेजी से आगे बढ़ रहा है। हमने गरीबों के लिए इतना काम किया इस कारण राष्ट्रपति ने इसका जिक्र किया। जो लोक गरीबों की झोपड़ियों में फोटो सेशन कराकर अपना मनोरंजन करते रहते हैं उन्हें संसद में गरीबों की बात बोरिंग ही लगेगी।

पीएम मोदी ने कहा कि मैं उनका गुस्सा समझ सकता हूं। समस्या के समाधान के लिए समर्पित भाव से प्रयास करना पड़ता है। देश में एक पीएम हुआ करते थे उनके मिस्टर क्लीन कहने का फैशन हो गया था। उन्होंने समस्या को पहचाना था और कहा था कि दिल्ली से एक रुपया निकलता है तो गांव में 15 पैसा पहुंचता है। उस समय तो पंचायत से लेकर संसद तक एक ही पार्टी का राज था। उस समय उन्होंने सार्वजनिक तौर पर ऐसा कहा था। ये बहुत गजब की हाथ सफाई थी।

देश ने हमें अवसर दिया और हमने समाधान का खोजा। हमारा मकसद है बचत भी और विकास भी। हमने जनधन, आधार, मोबाइल की ट्रिटी बनाई और डीबीटी से डायरेक्ट बेनिफिट ट्रांसफर देना शुरू किया। हमने 40 लाख करोड़ रुपया सीधा जनता के खाते में जमा किया। इस देश का दुर्भाग्य देखिए- सरकारें किसके लिए चलाई गई।


विडियों समाचार

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