रांची जा रहे इंडिगो विमान से टकराया पक्षी, यात्रियों में मचा हड़कंप, पायलट ने कराई इमरजेंसी लैंडिंग

रांची जा रहे इंडिगो विमान से टकराया पक्षी, यात्रियों में मचा हड़कंप, पायलट ने कराई इमरजेंसी लैंडिंग

झारखंड की राजधानी रांची के लिए उड़ान भरने वाली इंडिगो की एक फ्लाइट से एक पक्षी टकरा गया। इसकी वजह से फ्लाइट की आपातकालीन लैंडिंग करनी पड़ी। विमान में सवार सभी 175 यात्री सुरक्षित बताए जा रहे हैं। अधिकारियों ने यह जानकारी दी।

विमान के अगले हिस्से से टकराया पक्षी

यह घटना उस समय हुई जब फ्लाइट- 6E 6152 रांची के बिरसा मुंडा एयरपोर्ट पर लैंडिंग कर रही थी। पक्षी विमान के अगले हिस्से (नोज सेक्शन) से टकरा गया। इसके बाद पायलट ने विमान को सुरक्षित तरीके से रनवे पर उतार लिया। बर्ड हिट की जानकारी मिलते ही एयरपोर्ट अथॉरिटी की टीम मौके पर पहुंची। तकनीकी टीम विमान की जांच कर रही है, जिससे यह सुनिश्चित किया जा सके कि विमान को कोई बड़ा नुकसान तो नहीं हुआ है। जब तक पूरी जांच नहीं हो जाती, तब तक विमान को उड़ान की अनुमति नहीं होगी।

हवाई अड्डे के आस-पास होती हैं ऐसी घटनाएं

बता दें कि जब कोई पक्षी उड़ते हुए विमान से टकराता है, तो उसे ‘बर्ड स्ट्राइक’ (Bird Strike) कहा जाता है। यह हवाई सुरक्षा के लिए एक सामान्य, लेकिन गंभीर खतरा है। ज्यादातर बर्ड स्ट्राइक की घटनाएं हवाई अड्डे के आस-पास होती हैं, खासकर विमान के टेकऑफ या लैंडिंग के दौरान। इस दौरान विमान कम ऊंचाई पर होता है, जहां पक्षियों की गतिविधि ज्यादा होती है।

क्यों होती हैं बर्ड स्ट्राइक की घटनाएं?

पक्षी भोजन, पानी या घोंसले की तलाश में अक्सर हवाई अड्डों के पास मंडराते हैं। आस-पास के लैंडफिल या अपशिष्ट उपचार संयंत्र भी पक्षियों को आकर्षित करते हैं। कुछ मौसमों में जब पक्षी प्रवास करते हैं, तो उनकी संख्या आसमान में बढ़ जाती है, जिससे टकराव का खतरा बढ़ जाता है। चूंकि विमान बहुत तेज गति से उड़ते हैं। पक्षियों के लिए इतनी तेजी से आ रहे विमान को देखना और उससे बचना मुश्किल हो जाता है।

टकराव से खतरा

सबसे गंभीर स्थिति तब होती है जब पक्षी विमान के इंजन में घुस जाता है। इससे इंजन के ब्लेड क्षतिग्रस्त हो सकते हैं, जिससे इंजन फेल हो सकता है या उसमें आग भी लग सकती है। इसके अलावा, पक्षी विमान की विंडस्क्रीन से भी टकरा जाते हैं, जिससे विंडस्क्रीन टूट जाती है। इससे पायलट केबिन का एयर प्रेशर कम हो सकता है। बड़े पक्षियों के टकराने से विमान के बाहरी ढांचे (फ्यूजलेज या पंखों) में डेंट पड़ सकता है, क्रैक आ सकता है या छेद भी हो सकता है।