तीतरों पुलिस ने सात दिवसीय योग शिविर लगा युवाओं व अन्य को नशे की लत से दूर रहने की दिलाई गई शपथ..

- नशा ही सब अपराधों की जननी. श्रीवास्तव
तीतरों [24CN] : तीतरों में उच्च अधिकारियों के निर्देश पर तीतरो थाना प्रभारी द्वारा नशे की रोकथाम के लिए युवा वर्ग को जागृत करने के उद्देश्य से की अनोखी पहल सात दिवसीय योग शिविर का आयोजन कर युवाओं को व्यायाम एवं योगा के माध्यम से तरह-तरह के नशो से दूर रहने का संदेश दिया ।
गौरतलब है कि जनपद भर में चलाए जा रहे नशा मुक्त अभियान के तहत निरंतर भावी युवा पीढ़ी को जागृत करने का कार्य पुलिस प्रशासन द्वारा किया जा रहा है इसी कड़ी में गुरुवार को तीतरो थाना प्रभारी विशाल श्रीवास्तव योगाचार्य बन ब्राइट होम इंटरनेशनल स्कूल में सात दिवसीय योग शिविर का आयोजन शुरू कर युवाओं को जागृत करने का अभियान छेड़ दिया है महा नशा मुक्त अभियानमे विशाल श्रीवास्तव ने कहा कि युवा अपने साथ-साथ अपने अन्य परिचित व परिजनों को भी नशे से मुक्त कराएं ताकि उनका आने वाला समय सुधर सके। पुलिस द्वारा गांव दरगाह शिविर लगाकर ग्रामीणों को नशे के प्रति जागृत करने का कार्य किया जा रहा है जिसके अच्छे खासे परिणाम आने शुरू हो गए हैं।
उन्होंने कहा कि समाज को बर्बाद करने के उद्देश्य से नए-नए नशो का चलन समाज में निरंतर बढ़ रहा है जिस पर अंकुश लगाने के लिए युवाओं के साथ-साथ अन्य जागरूक लोगों को भी आगे आना होगा नशो से निरंतर मानसिक, सामाजिक और पारिवारिक स्तर पर बुरा असर पड़ता है। कुछ लोग नशा करके घर पर आकर अपनी पत्नी से मार- पीठ करते है इसके साथ ही नसों की लत के चलते घर के बर्तन तक भेज देते हैं जिसके चलते उनके बर बच्चे आगे चलकर अपराध की दुनिया में आ जाते हैं और एक दिन पुलिस की गोली का शिकार बनते हैं इसलिए समाज को जागरूक होना ही होगा ताकि उनकी आने वाली पीढ़ियां सुधर सके नशा एक घिनौना अपराध है। इससे परिवार में अशांति कलह का निवास रहता है नशा करने वाले व्यक्ति के पास आर्थिक तंगी के साथ-साथ उसकी जिंदगी बद से बदतर बन जाती है नशे की लत के कारण व्यक्ति अपनी आर्थिक सम्पति लुटा देता है, अर्थात नशा ही अपराध की जननी है।
उन्होंने कहा कि निम्न स्तर के लोग अक्सर अपने दैनिक काम के पैसे शराब पीने में लगा देते है अगर वह पैसा अपने बच्चो की शिक्षा में इस्तेमाल करें तो उनका भविष्य उज्जवल होगा उनके बच्चे बड़े होने पर योग्य बन मां बाप की सेवा करेंगे। क्षणिक सुख के लिए लिए इंसान नशे के वशीभूत हो अपना सब कुछ गवां देता है। प्रेम सम्बन्धो में धोखा मिलने पर युवा और कई तरह के लोग नशे के लत में डूब जाते है। इसके दुष्परिणाम इंसान को ही झेलने पड़ते है ऐसे लोगों को समाज भी तिरस्कार करता है। योग शिविर में उपस्थित युवाओं में योग करने के साथ-साथ यह भी शपथ ली कि वह जीवन में कभी नशा नहीं करेंगे और अन्य को भी नशे से मुक्ति कराने का भरपूर प्रयास करेंगे।