नकुड मे छियालिश डिग्री के टार्चर से झुलस रहे है लोग
- गर्मी मे दिन मे भी खाली पडा बाजार
नकुड 10 जून इंद्रेश। छियालिश डिग्री के टार्चर ने आम आदमी को झुलासकर रख दिया है। बाजार खाली है। लोग घरो मे दुबके है या डिहाईडरेशन से बचने के लिये निंबू पानी या दुसरे ठंडे पेय से काम चलाने का प्रयास कर रहे है।
क्षेत्र मे सोमवार को छियालिश डिग्री तापमान रिकार्ड किया गया। मंगलवार को भी सुरज की तमतमाहट कम नहीं हुई। तापमान पेंतालिश डिग्री रिकार्ड कि या गया। जिससे आम आदमी ही नहंी जीव जंतु तक झुलस रहे है। गर्मी के चलते बाजार खाली है। लोग गर्मी से बचने के लिये घरो मे दुबके है। अगर कोई मजबूरी मे बाहर निकल भी रहा है तो वह भी डिहाईडरेशन से बचने के लिये निंबूपानी या दुसरे कोल्ड डरिंक्स का सहारा लेने का मजबूर है।
इसके अलावा जीवजतु तक प्यास से तडप रहे है। गौरतलब है कि मनुष्य के शरीर का तापमान 37 डिग्री के आस पास रहता है। बाहर का तापमान अगर सेंतिस डिग्री सेंिटग्रेड से अधिक बढता है तो शरीर से वाष्पीकरण अधिक होने से डिहाईडरेशन का खतरा बढ जाता है।
क्या कहते है चिकत्सक
स्थानीय चिकित्सक डा0 केपी पंवार ने बताया कि बढती गर्मी से बचने के लिये सवाधानी जरूरी है। घर से बाहर निकलते समय अपने शरीर को कपडे से ढककर रखे। सिर को भी ढक कर रखे। पानी पीते रहे। स्थानीय सिएचसी के अधिक्षक डा0 अमनगोपाल ने कहा कि गर्मी बहुत है। बढती गर्मी शरीर के लिये घातक है। ऐसे मे बचाव ही इलाज है। कहा कि अगर घर से बाहर निकले तो पानी पी कर बाहर निकले । पानी की बोतल हमेशा अपने साथ रखे। सिर को ढक कर रखे। अगर फिर भी उल्टी या दस्त लगने की शिकातय हो तो चिकित्सक से संपर्क करे। हांलाकि उन्होंने कहा कि अभी तक गर्मी के दुष्परिणाम सामने नहंी आये है।