‘हाजीपुर सीट पर मेरा अधिकार’, पशुपति पारस के बयान से NDA में होगा घमासान? चिराग को लेकर कही ये बात

‘हाजीपुर सीट पर मेरा अधिकार’, पशुपति पारस के बयान से NDA में होगा घमासान? चिराग को लेकर कही ये बात

पटना: केंद्रीय मंत्री पशुपति कुमार पारस ने शनिवार को प्रेस कॉन्‍फ्रेस कर यह स्‍पष्‍टीकरण दिया कि उनकी और चिराग पासवान की पार्टियां अलग-अलग हैं। उनके बीच कोई समझौत नहीं हुआ है। बाहर यह अफवाह फैलाई जा रही है कि चाचा-भतीजा एक हो गए हैं।

इसके पहले शुरुआत में उन्‍होंने कहा कि 18 जुलाई को हुई बैठक राष्‍ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) की बैठक में चिराग जब आए तो उन्‍होंने सबसे पहले प्रधानमंत्री का आशीर्वाद लिया। इसके बाद वे मेरे पास आए और उन्‍होंने मेरे पैर छुए और मैंने भी उन्‍हें आशीर्वाद दिया।

हमारी मुलाकात को मार्केट में गलत तरीके से पेश किया जा रहा है: पशुपति पारस

केंद्रीय मंत्री ने कहा कि हमारे यहां मिथ‍िलांचल में यह कल्‍चर है, जिसके तहत हम दोनों ने इस प्रकार मुलाकात की। पैरा छूने और आशीर्वाद देने की तस्‍वीरों पर कहा कि मार्केट में इसे गलत तरीके से पेश किया जा रहा है कि चाचा-भतीजा एक हो गए हैं। ऐसी कोई बात नहीं है। हमारी पार्टी अलग है, हम दोनों के अलग-अलग दल हैं।

इधर, केंद्रीय मंत्री ने एएनआई से बात करते हुए स्‍पष्‍ट रूप से कहा,

मैं हाजीपुर से ही चुनाव लड़ूगा, यह मेरा अधिकार है। मैं वहां का सांसद हूं, मैं भारत सरकार का कैबिनेट मंत्री हूं और NDA का पुराना और विश्वासी सहयोगी हूं।

बता दें कि लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) के अध्यक्ष चिराग पासवान ने मंगलवार 18 जुलाई को दिल्‍ली में एनडीए की बैठक के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के पैर छूकर उनका आर्शीवाद लिया थी। वहीं, प्रधानमंत्री ने भी तुरंत उठाकर उन्हें गले लगा लिया था।

अपने चाचा पशुपति पारस को केंद्रीय मंत्री बनाए जाने से भाजपा से नाखुश पासवान ने सोमवार को केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और भाजपा अध्यक्ष जे पी नड्डा से मुलाकात के बाद औपचारिक रूप से एनडीए की बैठक में शामिल होने का फैसला किया।

प्रधानमंत्री मोदी ने पासवान को गले लगाकर बिहार के मतदाताओं को बड़ा राजनीतिक संदेश दिया है। मालूम हो कि पारस और पासवान दोनों अभी भी हाजीपुर लोकसभा सीट को लेकर अड़े हुए हैं, जहां से पारंपरिक रूप से राम विलास पासवान चुनाव लड़ते थे।