बृज मंडल तीर्थ स्थल, पर्यटन स्थल नहीं: पंडित बिहारी लाल वशिष्ठ

- सहारनपुर में दिव्य शक्ति अखाड़े के बृज मंडल अध्यक्ष पं. बिहारीलाल वशिष्ठ का स्वागत करते संत।
सहारनपुर। राधा वेणुगोपाल मंदिर में दिव्य शक्ति अखाड़े के ब्रज मंडल अध्यक्ष पंडित बिहारी लाल वशिष्ठ का संतों के साथ भव्य अभिनंदन किया गया। इस अवसर पर मंदिर के सेवायक फलाहारी नंददास महाराज ने उन्हें ठाकुर जी का चित्र, पुष्पमाला और पटका पहनाकर सम्मानित किया।
पंडित वशिष्ठ ने कहा कि ब्रज चैरासी कोस एक पवित्र तीर्थ स्थल है, इसे पर्यटन स्थल समझकर गंदगी का शहर न बनाया जाए। ब्रज की रज के कण-कण में भगवान श्रीकृष्ण के चरणों की पावन थाप है, जिसे सभी श्रद्धालुओं को सम्मान देना चाहिए। उन्होंने जाति-पांति के भेदभाव को मिटाकर सनातन धर्म की रक्षा हेतु एकजुट होने का आह्वान किया। नंददास महाराज ने कहा कि सनातन धर्म के बिना मानव मात्र का विकास संभव नहीं है, यह जीवन जीने की पद्धति और गुणों का संगम है। उन्होंने श्रीकृष्ण जन्मभूमि को मुक्त कराने के लिए सभी संतों के एकजुट होने पर जोर दिया।
दिव्य शक्ति अखाड़े के आचार्य महामंडलेश्वर प. कमलकिशोर महाराज ने कहा कि जाति-पाति के नाम पर लोगों को बांटने का कार्य अंग्रेजों ने किया, जबकि वेदों में केवल वर्ण व्यवस्था का उल्लेख है। उन्होंने सभी को संस्कृति का मार्ग अपनाकर भारत को स्वर्णिम युग में ले जाने का संदेश दिया और ‘सर्वे भवन्तु सुखिन: श्लोक का अर्थ बताते हुए सनातन धर्म की सर्वकल्याणकारी भावना पर प्रकाश डाला। इस अवसर पर ईश्वर चंद्र रावत, लक्ष्मीकांत कौशिक, अनिल कृष्ण शास्त्री, ओम जी पांडे, मधुसूदन शास्त्री, हरिश्चंद्र, राजेश आनंद, आकाश शास्त्री, चंदन लाल शर्मा और अवनीश प्रकाश शर्मा सहित कई वरिष्ठ महानुभाव उपस्थित रहे।
