पाकिस्तानी मंत्री ने पैगंबर मोहम्मद को लेकर दिया बयान, सोशल मीडिया पर छिड़ गई जंग

पाकिस्तानी मंत्री ने पैगंबर मोहम्मद को लेकर दिया बयान, सोशल मीडिया पर छिड़ गई जंग

इस्लामाबादः पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान व उनके मंत्री अक्सर बेतुकी बयानबाजी क लेकर ट्रोल होते रहते है। इसी कड़ी में अब पाक के संसदीय कार्यमंत्री का नाम भी जुड़ गया है। उन के पैगंबर मोहम्मद का मजाक उड़ाने वाले लोगों के सिर कलम करने के बयान से विवाद हो गया है। पाकिस्तान के संसदीय कार्यमंत्री अली मोहम्मद खान ने ट्वीट कर यह बयान दिया। दरअसल, देश में इस वक्त अहमदी मुस्लिमों को देश की अल्पसंख्यक काउंसिल में प्रतिनिधित्व देने को लेकर बहस चल रही है। अहमदी इस बात में विश्वास नहीं रखते हैं कि मोहम्मद आखिरी पैगंबर थे।

جب تک کوئ نبی پاک حضرت محمد صلی اللہ علیہ و آلہ وسلم کو آخری نبی اور آخری رسول نہیں مانتا مسلمان ہو ہی نہیں سکتا۔ عقیدہ ختم نبوت اسلام کی بنیاد ہے
حال ہی میں قادیانیوں کو اقلیتی کمیشن کا ممبر بنانے میں کوئ صداقت نہیں
ختم نبوت پہ پہرہ دار ہیں اوراس کیلئے ہرقربانی دینگے
انشاءاللہ pic.twitter.com/VaY4wRdAE2

— Ali Muhammad Khan (@Ali_MuhammadPTI) April 29, 2020

अली मोहम्मद ने ट्वीट किया कि जो लोग पैगंबर मोहम्मद का मजाक उड़ाते हैं उनके लिए सिर्फ सिर कलम करना ही सजा है। उनके इस बयान के बाद सोशल मीडिया पर जंग छिड़ गई है। दरअसल पाकिस्तानी मीडिया में इस बात की चर्चा थी कि प्रधानमंत्री इमरान खान ने अमहदियों को राष्ट्रीय अल्पसंख्यक काउंसिल में जगह दे दी है। इस रिपोर्ट के बाद अहमदी समुदाय के खिलाफ नफरत भरी कैंपेन शुरू हो गई। इससे पहले अली खान ने दावा किया था कि ऐसा कोई फैसला नहीं लिया गया है।

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उन्होंने कहा था कि इमरान खान ने इस प्रस्ताव को यह कहकर ठुकरा दिया है कि यह एक संवेदनशील मुद्दा है और इसे छुआ नहीं जाना चाहिए। उन्होंने यहां तक कहा था कि अगर ऐसा कोई करता है तो सबसे पहले वे सरकार का साथ छोड़ देंगे।उन्होंने कहा था कि अहमदी किसी कमीशन का हिस्सा तभी हो सकते हैं जब वे पाकिस्तान के संविधान के मुताबिक खुद को गैर-मुस्लिम करार दें।

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