भगवान वाल्मीकि के प्रकटोत्सव पर किया रक्तदान शिविर का आयोजन
- रक्तदान से बड़ा दान कोई दान नहीं: सांसद
सहारनपुर [24CN]। सांसद हाजी फजलुर्रहमान ने कहा कि वी सर्व इण्डिया द्वारा भगवान वाल्मीकि के प्रकटोत्सव को समर्पित रक्तदान शिविर सम्पूर्ण भारत में प्रथम बार किया गया है। ऐसा आयोजन पहले कभी नहीं किया गया। उक्त संस्था मानवता की सेवा के साथ-साथ हर धर्म वर्ग के लोगों को साथ जोडऩे का कार्य कर रही है। जिससे समाज को एक अच्छा संदेश जाता है। भविष्य में भी उक्त संस्था देश और समाज के लिए हर प्रकार से सेवा कार्य करती रहेगी, ताकि सभी को इसका लाभ मिल सकें।
सांसद हाजी फजलुर्रहमान आज यहां वी सर्व इंडिया द्वारा आयोजित रक्त शिविर के उद्घाटन अवसर पर बतौर मुख्य अतिथि के रूप में बोल रहे थे। उन्होंने कहा कि रक्तदान से बड़ा कोई दान नहीं है। उन्होंने सभी से रक्तदान करने की अपील की, ताकि एक गंभीर रोगी की जान को बचाया जा सकें।
इससे पूर्व वी सर्व इण्डिया के संस्थापक अध्यक्ष जीएस बब्बर एवं राष्ट्रीय महासचिव अवतार सिंह गिल, चेयरमैन अमरकांत राणा, गुलशन निरंकारी, अजय बिरला, संजीव कर्णवाल, रियाज हैदर रिजवी, सचिव मौज्जम, चेयरमैन आईटी अम्मार आबदी, सुलतान अहमद, गगनदीप तथा विनोद ढिलोड़ ने संयुक्त रुप से भगवान वाल्मीकि के चित्र के सम्मुख माल्यार्पण कर नितनेम, शब्द-कीर्तन का आनन्द लिया।
संस्था के संस्थापक अध्यक्ष जीएस बब्बर तथा महासचिव अवतार सिंह गिल ने कहा कि राष्ट्रहित व समाजहित के लिए संकल्पबद्ध यह संस्था देश के सभी धर्म, वर्ग तथा जातियों में आपसी भाईचारे और एकता का संदेश देता है। उन्होंने कहा कि रक्त की कमी से किसी भी व्यक्ति की मृत्यु न हो, इसी संकल्प के लिए संस्था आगामी भविष्य में भी ऐसे शिविर आयोजित करने के लिए अग्रसर रहेगी। शिविर में अतिथियों एवं रक्तदाओं को एनजीओ द्वारा सम्मान पत्र भी वितरित किये गये।
कार्यक्रम चेयरमैन हुकमचन्द ने कहा कि भगवान वाल्मीकि केे प्रकटोत्सव को समर्पित रक्तदान शिविर एकता और भाईचारे का संदेश दे रहा है। कार्यक्रम को सफल बनाने में रमेश यादव, सत्यपाल प्रधान,राकेश चन्द्रा,नानूराम,सतीश आदिवाल, अवतार सिंह मिगलानी, राकेश बहोत्रा, राजकुमार बिरला, मौ. गुलशेर, स. गुरविन्दर सिंह बजाज, मौ. इसरार, श्रीमति रश्मि टेरेंस, श्रीमति अनुपमा महाजन, स. रणजीत सिंह, सैयद रहमान, गुलबहार गुर्जर, मदनपाल,चौ. तिलकराज, बृजमोहन सूद, सुरेन्द्र पटवारी, गौरव चौहान, सतीश ढिलोड, सतीश प्रधान, सुलेख प्रधान, मनीष गाबा, जतिन नारंग, खालिद कुरैशी, अनूप कल्याण आदि का सहयोग रहा। अध्यक्षता विश्वम्भर सिंह द्वारा तथा सफल संचालन वीर हुकमचन्द द्वारा किया गया।