सीएए के विरोधियों को भेजा जाये जेल: स्वामी दर्शन भारतीय
देवबंद: ब्रहस्पतिवार को पूर्व नगरध्यक्ष गजराज राणा के कार्यालय पर उत्तराखंड के संस्थापक स्वामी दर्शन भारतीय ने पत्रकारों से वार्ता करते हुऐ कहा कि वह हिन्दूत्व के लिये कार्य करते है और उतरांखण्ड हिन्दूओं का धर्मस्थल है जबकि इस्लाम का पवित्र स्थान मक्का मदीना है।
उन्होने कहा कि मुस्लिम महिलाओं का सीएए के खिलाफ अचानक बाहर आना इससे पहले इतनी बडी मात्रा में मुस्लिम महिलाऐं कभी बाहर नही आई। हम मुस्लिम महिलाओं का सम्मान करते है लेकिन वो इस सम्मान का नाजायज फायदा उठा रहे है वो कौन लोग है जो मजहबी इस्लाम को बढावा देने का काम करते है वो दारूलउलूम है।
उन्होन कहा कि देश के अन्दर सीएए के खिलाफ जो धरना प्रर्दशन हो रहा है दारूलउलूम से शिक्षा लेने वाले लोग इस काम को कर रहे है क्योकि देवबंदी विचारधारा को विश्व में जाना जाता है वो लोग इस पर काम कर रहे है।
श्री भारतीय ने कहा कि देश की एकता और अखण्डता के लिये एनआरसी बहुत जरूरी है क्योंकि इस देश के अन्दर कुछ लोग छत्र बनाकर बैठे है जो देश की सुरक्षा के लिये खतरा है। कहा कि इस देशवासियों को प्रधानमंत्री, ग्रहमंत्री और भारत सरकार का इस देश वासियों को तो धन्यवाद करना चाहिए। क्योंकि इन्होने ही इस देश में बैठे भेडियों को पहचानने का काम किया है और एनआरसी को लाने का काम किया है। एक सवाल के जवाब में देश के गददारों को गोली मारों सालो को नारे का समर्थन करते हुऐ कहा कि जो देश के गददार होते है उनको गोली ही मारी जाती है उनको गोली नही मारेगें तो और क्या करेगें। उन्होने उस चीज की कडी निन्दा की कि जिन लोगों ने धरना स्थल के आस पास फायरिंग कर आतंक पैदा कर माहौल को खराब करने का प्रयास किया ऐसे लोगों से हम इत्तेफाक नही रखते उन्होने अच्छा कार्य नही किया है। जिन लोगो ने फायरिंग करने वाले व्यक्ति को सम्मानित करने की बात कही वो संगठन स्ंवय इस बात को जाने हम राष्ट्रवादी लोग है और ऐसे लोगों को सम्मानित कर क्या राष्ट्र सुरक्षित होगा।
उन्होने कहा कि एक दो या हजार लोगों को मारने से क्या राष्ट्र सुरक्षित होगा हम यह चाहते है कि देश में एनआरसी लागू हो। उन्होने कहा कि जो लोग सीएए के खिलाफ काम कर रहे है पहले उन्हे समझाया जाये वो भी अपने ही लोग है अगर नही मानते है तो उनके खिलाफ देशद्रोह का मुकदमा दर्ज कर जेल में रखा जाये चाहे वो माता, बहने हो या भाई हो कठोरता से काम करें।