देश की सेना के शौर्य और पराक्रम पर किसी को संदेह नहीं करना चाहिए, गाजीपुर में बोले- रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह
गाजीपुर । गोद लिए बेटे की शादी में सैदपुर नगर के मदारीपुर मोहल्ला में आए रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने भारतीय सेना के पराक्रम को बेजोड़ बताया। उन्होंने कहा कि चीन के पीछे हटने के बाद भी विपक्ष सवाल उठा रहा है। यह देश की बड़ी बिडंबना है। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह पत्रकारों के सवालों का जवाब दे रहे थे। उन्होंने कहा कि अत्यंत गरीब बच्चों को गोद लेकर उन्हें पढ़ा लिखाकर कामयाब इंसान बनाने के बाद आनंद की अनुभूति होती है। हर सक्षम व्यक्ति को यह कार्य करना चाहिए। जब मैं मुख्यमंत्री था तो अपने चीफ सेक्रेटरी से कहकर आश्रम पद्धति के दो बच्चों को गोद लिया। डाक्टर बृजेंद्र उसमें से एक बच्चा है जो आज सरकारी अस्पताल में डाक्टर है। एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि हमारी सेना ने जिस धैर्य, शौर्य व संयम का परिचय दिया है उसे जानकार हर भारतवासी को गर्व होगा। चीन द्वारा अपनी सेना को पीछे करने के बावजूद विपक्ष द्वारा आरोप लगा रहा है। रक्षामंत्री ने इस सवाल का जवाब देते हुए कहा कि यह विडंबना है। हमारे देश की सेना के शौर्य और पराक्रम पर किसी को संदेह नहीं करना चाहिए।
रक्षामंत्री बृजेंद्र के घर करीब 30 मिनट रहे। उनके साथ केंद्रीय मंत्री डाक्टर महेंद्रनाथ पांडेय भी रहे। दोनों लोग 3 बजकर 10 मिनट पर बाबतपुर के लिए रवाना हो गए।
रक्षा मंत्रालय से जुड़ी है डा. बृजेंद्र की होने वाली दुल्हन की जिंदगानी
रक्षामंत्री द्वारा गोद लिए गए डा बृजेंद्र की दुल्हन की ङ्क्षजदगानी भी कहीं न कहीं रक्षा मंत्रालय से जुड़ी हुई है। बृजेंद्र की दुल्हन क्षेत्र के अनौनी गांव निवासी प्रेमचंद की पुत्री है। प्रेमचंद रक्षा मंत्रालय के अधीन वेस्ट बंगाल के इच्छापुर में चलने वाली राइफल फैक्ट्री में ग्रुप बी में कार्यरत हैं। खास यह कि जब उन्होंने अपनी बेटी की शादी तय की थी तो रक्षामंत्री राजनाथ सिंह से संबंध के बारे में कुछ भी पता नहीं था। अब उन्हें पता चला कि उनका होने वाला दामाद रक्षा मंत्री का दत्तक पुत्र है तो उन्होंने तैयारियों को और गति प्रदान कर दी है।
मृदुभाषी व सौम्य स्वभाव के धनी डा. बृजेंद्र को रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने अपने मुख्यमंत्री के कार्यकाल के दौरान वर्ष 2002 में गोद लिया था, लेकिन इस बात का पता बहुत कम लोगों को ही था। आसपास सहित अधिकतर लोग इस रिश्ते से अंजान थे। 27 फरवरी को आयोजित उसकी शादी में रक्षामंत्री के आने का कार्यक्रम के बाद उनका संबंध जगजाहिर हुआ। सबकी तरह डा. बृजेंद्र की होने वाली दुल्हन प्रीतिका व और उनके घरवालों को भी इस संबंध का पता चला। बकौल प्रेमचंद डा बृजेंद्र ने कभी जाहिर नहीं होने से दिया कि रक्षामंत्री से उनका संबंध है। बीत जून माह में हम लोगों ने बृजेंद्र को देखा और शादी तय की। छह नवंबर को सगाई हुई और शादी की तिथि पड़ गई। इसके बाद भी करीब तीन माह बीत गए, लेकिन बृजेंद्र ने कभी इस बात का अहसास नहीं होने दिया कि वह रक्षा मंत्री द्वारा गोद लिए हुए हैं। उन्होंने कहा कि शादी की तैयारियां अंतिम चरण में चल रही हैं। कल बारात के स्वागत को लेकर मेरे सहित परिवार और गांव के लोग उत्साहित हैं। प्रीतिका ने अंग्रेजी से एमए एवं बीएड कोलकाता यूनिवर्सिटी से की है। अब वह सिविल की तैयारी में जुटी हैं।
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